रनिया में मूसलाधार बारिश के कारण रोपनी हुआ बेकार
रनिया प्रखंड क्षेत्र में पिछले एक महीने से लगातार बारिश हो रही है, जिससे किसान परेशान हैं। बारिश के कारण खेती प्रभावित हो रही है और धान के बिछड़े बह गए हैं। किसान अब मडुवा, उड़द, मुगफली और मकई की फसल...

रनिया, प्रतिनिधि। रनिया प्रखंड क्षेत्र में विगत एक महीने से लगातार बारिश हो रही है। इसके कारण क्षेत्र के किसान काफी परेशान हैं। अति बारिश के कारण खेती किसानी का काम काफी प्रभावित होने लगा है। किसानों का मानना है कि किसी तरह कुछ लोगों ने तो धान का बिचड़ा लगा रखा है एवं कुछ धान रोपनी की तैयारी में भी जुट गए हैं लेकिन लगातार हो रहे बारिश के कारण खेतों में पानी कम नही हो पा रहा है। खेतों के मेड़ पूरी तरह से बह चुके हैं। जिसके कारण कुछ बिछड़े भी पानी में डूबने के कारण खराब हो रहे हैं।
इस दौरान रविवार को रनिया क्षेत्र में लगभग दो से ढाई घंटे तक लगातार मूसलाधार बारिश होने से खेतों में रोपे गये धान के बिछड़े भी बह गए। किसान राजकिशोर सिंह, सीताराम नाग का कहना है कि रविवार को उनके द्वारा रोपे गये धान का बिचड़ा मूसलाधार बारिश के कारण पूरी तरह से बह गया। इस कारण उनका मेहनत बेकार हो गया। टांड़ में खेती करने के लिए किसानों द्वारा लगये गये मडुवा का बिचड़ा अधिक बारिश के कारण गलकर खराब होने लगे हैं। जिसके कारण मडुवा की खेती भी प्रभावित होता नजर आ रहा है। किसान बुधवा मुंडा के अनुसार मडुवा के अलावे उड़द, मुगफली, मकई एवं गोडा धान की फसल को भी काफी नुकसान हो रहा है। कुछ किसान तो अभी तक मडुवा एवं धान का भी बिचड़ा नहीं कर सके हैं, जबकि इसका समय लगभग समाप्ति की ओर है। देर से खेती करने पर फसलों में बीमारी एवं कीड़े मकोड़े लगने की संभावना ज्यादा हो जाती है। किसानों का मानना है कि जबतक टांड़ की फसल को धूप नहीं लगेगा, तबतक फसल की पैदावार ठीक तरीक़े से नहीं हो पाती है। ऐसी स्थिति में रनिया क्षेत्र में लगातार हो रहे बारिश के कारण कुल मिलाकर खेती किसानी की स्थिति फिलहाल ठीक नजर नहीं आ रही है।
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