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बच्चों ने माता-पिता से किया आह्वान, हंडिया-दारू ना बेचें ना पीयें

नशामुक्ति अभियान के तहत मुरहू के कोड़ाकेल पंचायत अंतर्गत कोलोम्दा गांव में बच्चों के लिए सम्मान समारोह सह रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां...

बच्चों ने माता-पिता से किया आह्वान, हंडिया-दारू ना बेचें ना पीयें
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,रांचीTue, 19 Sep 2023 01:50 AM
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खूंटी, संवाददाता। नशामुक्ति अभियान के तहत मुरहू के कोड़ाकेल पंचायत अंतर्गत कोलोम्दा गांव में बच्चों के लिए सम्मान समारोह सह रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छोटे बच्चों ने मंच से माइक पकड़कर अपने माता-पिता, छोटे दोस्तों समेत लोगों से आह्वान किया कि हड़िया-दारू ना बेचें ना पीयें। बच्चों के द्वारा किए गए आह्वान से पूरी भीड़ भावुक हो गई।
बता दें कि कुछ गांवों में इन दिनों बड़ों को देख 6-7 साल के बच्चे भी तेजी से नशा के आदि होते जा रहे हैं। वे हड़िया-दारू के साथ गांजा व अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करने लगे हैं, जिससे समाज के कुछ जागरूक लोगों की चिंता बढ़ गई है। गांवों में कायम नशे के परिवेश को खत्म कर बच्चों के लिए शिक्षा व विकास का वातावरण तैयार करने के उद्देश्य से ग्रामसभा, मुखिया व सेवा वेलफेयर सोसाईटी के संयुक्त प्रयास से कोलोम्दा गांव में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

मुखिया मरियम होरो ने कहा कि हमें गांव से ही नहीं, अपने दिल और दिमाग से नशे को हटाना है। उन्होंने बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उन्हें सही दशा व दिशा देने का आह्वान किया। साथ ही गांव को नशामुक्त बनाकर आदर्श ग्राम बनाने की दिशा में काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों को सरकार की तमाम लोक कल्याणकारी विकास योजनाओं से जोड़ा जाएगा।

ग्रेस हर्ट स्कूल की प्रिंसिपल ममता हंगमा सुब्बा ने गांव के लोगों को नशे से होने वाले नुकसान, शिक्षा का महत्व समेत अन्य बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी। इसी स्कूल की नौवीं कक्षा की छात्रा दीया हेमरोम ने नारी सशक्तिकरण पर भाषण प्रस्तुत किया। उसने बॉर्डर पर गोली लगने के बाद शहीद होने से पूर्व एक सैनिक द्वारा लिखे गए खत की प्रस्तुति की, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया।

एसडब्लूएस के बोर्ड डायरेक्टर सह क्रिकेट कोच देवा हस्सा ने खेल के क्षेत्र में संभावनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गांव के बच्चे किसी भी खेल में आगे जाना चाहते हैं, तो उन्हें जिला स्तर तक ले जाने में वे पूरी मदद करेंगे।

ग्रामप्रधान अर्जुन पाहन ने कहा कि कोलोम्दा गांव को नशामुक्त बनाकर विकास के पथ पर आगे ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हड़िया-दारू बेचने वालों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़कर रोजगार के साधन उपलब्ध कराए जाएंगे। कार्यक्रम को डुडरी व कोलोम्दा गांवों के ग्रामप्रधान, शिक्षक विश्वनाथ सिंह, सीमा वर्मा ने भी संबोधित किया। संचालन सुशील सोय ने किया।

माता-पिता भी अनभिज्ञ थे बच्चों की प्रतिभा से

कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने हिंदी, मुंडारी, असमिया गीतों पर सामुहिक व एकल नृत्य प्रस्तुत किया। कविता पाठ किया और श्लोगन पढ़कर नशा का त्याग करने की अपील की। बड़ी बात थी कि गांव के छोटे बच्चे हों या बढ़े सैकड़ों की भीड़ में प्रस्तुति के दौरान उनमें हल्की सी भी झिझक देखने को नहीं मिली। बच्चों की इन प्रस्तुतियों को देख गांव के लोग दंग थे, उन्हें पता नही नहीं था कि उनके बच्चों में इतनी प्रतिभा छुपी हुई है। कार्यक्रम के अंत में 25 प्रतिभावान बच्चों का चयन कर उन्हें मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।

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