ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रांचीरांचीवासियों को ‘चाणक्य’ ने कूटनीति-राजनीति से सिखाया राष्ट्रहित 

रांचीवासियों को ‘चाणक्य’ ने कूटनीति-राजनीति से सिखाया राष्ट्रहित 

सूरज अस्ताचल हो रहा था। किरणों में तांबई रंग गहराने लगी थी। हवाओं में नरमाहट के साथ पक्षी चहचाहते हुए घोसलों का रुख कर रहे थे। शाम की इस बेला में रिम्स ऑडिटोरियम में लोगों के जमा होने का सिलसिला शुरू...

रांचीवासियों को ‘चाणक्य’ ने कूटनीति-राजनीति से सिखाया राष्ट्रहित 
वरीय संवाददाता,रांचीWed, 03 Oct 2018 01:34 AM
ऐप पर पढ़ें

सूरज अस्ताचल हो रहा था। किरणों में तांबई रंग गहराने लगी थी। हवाओं में नरमाहट के साथ पक्षी चहचाहते हुए घोसलों का रुख कर रहे थे। शाम की इस बेला में रिम्स ऑडिटोरियम में लोगों के जमा होने का सिलसिला शुरू हो गया। मंगलवार की शाम साढ़े चार बजते-बजते उस हॉल में लाल रंग की सभी कुर्सियां भर गई थीं।
 इन्हें बेसब्री थी उस महागुरु की कहानी के चित्रण की जिसने अपनी कूटनीति और राजनीति से देश को एकसूत्र में पिरोया। जिनका नाम चाणक्य था, जिन्होंने सजायाफ्ता चंद्रगुप्त को चक्रवर्ती सम्राट बनाया।
छुट्टी की (गांधी जयंती) इस शाम में लोग यहां जमा हुए थे सेवा फाउंडेशन के तत्वावधान में रंग निर्देशक मनोज जोशी निर्देशित नाटक चाणक्य के मंचन का आनंद उठाने। फाउंडेशन की ओर से कुछ लोगों के भाषण और उनकी गतिविधियों की जानकारी देने के बाद मंच मनोज जोशी व उनकी टीम को सुपुर्द कर दिया गया। मंच पर चंद सेकेंड के लिए अंधेरा छाता है। इसी अंधेरे में मनोज जोशी दर्शकों का अभिवादन करते हैं। नाटक के शुरुआती परिचय के बाद आरंभ होती है दमदार संवाद अदायगी की कहानी। 
गणमान्य लोग की मौजूदगी: नाटक देखने के लिए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, विधानसभा के सचेतक अनंत ओझा, नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, कांके विधायक जीतू चरण राम, मेयर आशा लकड़ा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल, कल्याण सचिव हिमानी पांडेय समेत अन्य विभाग के सचिव व शहर के बुद्धिजीवी उपस्थित थे।  

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें