साझा प्रयास और नई तकनीक से चुनौतियां का होगा सामना
ऊर्जा के क्षेत्र में हम प्रगति तो किए हैं, इस क्षेत्र में कई अवसर हैं, लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं हैं। हमें चुनौतियों का सामना करने के लिए एकजुट होना होगा। संयुक्त रूप से नई योजनाएं बनाकर नई तकनीक...
ऊर्जा के क्षेत्र में हम प्रगति तो किए हैं, इस क्षेत्र में कई अवसर हैं, लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं हैं। हमें चुनौतियों का सामना करने के लिए एकजुट होना होगा। संयुक्त रूप से नई योजनाएं बनाकर नई तकनीक विकसित कर काम करना होगा। साझा प्रयास से हम भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। ऊर्जा क्षेत्र में प्रगति अवसर और चुनौतियां विषयक सेमिनार के उद्घाटन में यह बात विशेषज्ञों ने कहीं। दो दिनी इस राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन मेकन सामुदायिक भवन में किया गया है। मेकन और इंस्टीटयूसंस ऑफ इंजीनियर्स की झारखंड शाखा की ओर से इसका आयोजन किया गया है। इंस्टीटयूशंस ऑफ इंजीनियर्स के अध्यक्ष संजय सेन ने कहा कि भारत सरकार ने ऊर्जा के क्षेत्र में ध्यान दिया है। नए क्षेत्र की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं। न्यूक्लियर एनर्जी पर भी जोर दिया जा रहा है। ऐसे में हमारे सामने कई चुनौतियां हैं। हमें पर्यावरण की सुरक्षा के साथ-साथ उस तकनीक पर जोर देना होगा जो सस्ती और टिकाऊ हो व इससे पर्यावरण भी बच सके। डीवीसी के सदस्य तकनीकी आरपी त्रिपाठी ने भी लागतों में कमी, तकनीकों के आदान-प्रदान और साझा प्रयास पर जोर दिया। अतीत की गलतियों से सीखने और नए शोधों पर जोर दिया। मेकन के सीएमडी अतुल भट्ट, यूजीवीएनएल के एमडी एसएन वर्मा ने ऑटोमेशन और नए शोध पर जोर दिया। कहा गया कि दो दिनों के इस सेमिनार में जो भी निष्कर्ष निकलेगा उस पर अमल किया जाएगा। सेमिनार ऊर्जा सेक्टर के लिए काफी महत्वपूर्ण है। तकनीकी प्रदर्शन का उद्घाटनसेमिनार में तकनीकी प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इसका अतिथियों ने उद्घाटन किया। 22 कंपनियों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है। इसमें त्रिवेणी टरबाइन, एवीसीएन, बीसीएच, सीमेंस, हनीवेल एवं अन्य प्रमुख हैं।