स्टेशन जाने वालों के वाहन नंबर के साथ चेहरे तक कैद होंगे कैमरे में
कैमरा में कैद हो जाएगा। स्टेशन में अब सिर्फ एक ही रास्ता से प्रवेश किया जा सकता है जहां पर कैमरा लगाया गया है। आरपीएफ के कंमाडेंट प्रशांत यादव ने बताया कि इसकी शुरुआत कर दी गई है। गेट के समीप ही...
रांची रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की ओर से अंडर व्हेकिल सर्विलांस सिस्टम से लोगों की सुरक्षा की जाएगी। इस सिस्टम में छह कैमरे लगाए गए हैं। स्टेशन परिसर में कोई भी वाहन चालक प्रवेश करेगा तो ड्राइवर का फोटो, गाड़ी का नंबर, इंजन और चेचिस नंबर कैमरा में कैद हो जाएगा। स्टेशन में अब सिर्फ एक ही रास्ता से प्रवेश किया जा सकता है, जहां पर कैमरा लगाया गया है।
आरपीएफ के कंमाडेंट प्रशांत यादव ने बताया कि इसकी शुरुआत कर दी गई है। गेट के समीप ही कंट्रोल रूम बनाया गया है। वहां जवानों की तैनाती भी कर दी गई है। 24 घंटे कैमरों की मदद से गाड़ियों पर नजर रखी जा रही है। स्टेशन में कोई भी वाहन से आएगा और किसी प्रकार की घटना को अंजाम देगा तो उसे पकड़ने में आसानी होगी। पुलिस कैमरा की मदद से गाड़ी के निचले हिस्से को भी आसानी से देख पा रही है। कोई भी वाहन चालक गाड़ी के निचले हिस्से में कोई भी विस्फोटक या अन्य सामान लेकर पार नहीं हो सकता है।
ट्रेन में जाने वाले हर यात्रियों का रखा जा रहा है डिटेल :
आरपीएफ के कंमाडेंट प्रशांत यादव ने बताया कि रांची से अभी एक ट्रेन राजधानी खुल रही है। इसमें जाने वाले सभी यात्रियों के नाम, फोन नंबर और बर्थ नंबर आरपीएफ के द्वारा रखा जा रहा है। यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है कि ट्रेन में किसी प्रकार की उन्हें कोई परेशानी हो तो वे 182 पर डायल कर सूचना दे सकते हैं। सूचना मिलते ही आरपीएफ मिनटों में उनके पास पहुंच जाएगा। यात्रियों का पहले से डिटेल रहने से आरपीएफ को पता होगा कि कहां से शिकायत आई है और उन्हें तुरंत किस बर्थ में किसने पास पहुंचना है। महिला यात्रियों को जागरूक करने के लिए 32 महिला जवानों को तैनात किया गया है।
मानव तस्करी पर रखी जा रही है विशेष नजर :
आरपीएफ के कमांडेंट ने बताया कि मानव तस्करी को रोकने के लिए ट्रेन खुलने के समय विशेष नजर रखी जा रही है। इस वजह से कम उम्र की लड़कियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है। हाल के दिनों में आरपीएफ के द्वारा कई युवतियों और नाबालिगों को मुक्त कराया गया है और तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। मानव तस्करी रोकने के लिए आरपीएफ के द्वारा मेरी सहेली और नन्हे फरिश्ते के नाम से अभियान चलाया जा रहा है।
कोट :
जैसे-जैसे ट्रेनों का परिचालन बढ़ेगा, वैसे-वैसे आरपीएफ के द्वारा हर यात्रियों का डिटेल रखा जाएगा। लोगों की सुरक्षा के लिए अतिरक्त बल के साथ-साथ महिला बल को भी लगाया गया है।
प्रशांत यादव, सीनियर कमांडेंट आरपीएफ