बीएयू वैज्ञानिकों ने बकरियों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा पश्चिमी सिंहभूम जिले में बकरी संबंधी अनुसंधान परियोजना का भ्रमण। 471 बकरियों का टीकाकरण कर विषाणुजनित पीपीआर रोग से बचाव।
रांची, वरीय संवाददाता। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में चल रही बकरी संबंधी अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की टीम ने पश्चिमी सिंहभूम जिले में अवस्थित बाराबंकी प्रजनन क्लस्टर का भ्रमण किया। विषाणुजनित पीपीआर रोग से बचाव के लिए 471 बकरियों का टीकाकरण किया। मोरबिली वायरस से फैलेनेवाली इस बीमारी से बकरियों में भारी मात्रा में रुग्णता और मृत्यु होती है। टीम ने बकरियों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया।पशुपालकों की बीमार बकरियों के लिए दवा वितरित किया और किसान गोष्ठी आयोजित कर रोग प्रबंधन के लिए आवश्यक वैज्ञानिक परामर्श भी दिया। बीएयू की पशु आनुवंशिकी विशेषज्ञ तथा परियोजना की प्रधान अन्वेषक डॉ नंदनी कुमारी ने बताया कि वर्ष 2019 की पशु जनसंख्या के अनुसार झारखंड में बकरी की आबादी 91 लाख है और बकरी जनसंख्या के मामले में झारखंड का देश में आठवां स्थान है I पिछले पांच वर्षों में झारखण्ड में बकरी की आबादी में 38.59 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
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