ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रांचीभागवत कथा साधक को चिंतामुक्त करती है: निधि सारस्वत

भागवत कथा साधक को चिंतामुक्त करती है: निधि सारस्वत

श्रीधाम वृंदावन से आईं कथावाचक देवी निधि सारस्वत ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा व्यक्ति को चिंतामुक्त रखती है। श्रीठाकुर की कथा हरि इच्छा और कृपा से ही सुनी जा सकती...

श्रीधाम वृंदावन से आईं कथावाचक देवी निधि सारस्वत ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा व्यक्ति को चिंतामुक्त रखती है। श्रीठाकुर की कथा हरि इच्छा और कृपा से ही सुनी जा सकती...
1/ 3श्रीधाम वृंदावन से आईं कथावाचक देवी निधि सारस्वत ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा व्यक्ति को चिंतामुक्त रखती है। श्रीठाकुर की कथा हरि इच्छा और कृपा से ही सुनी जा सकती...
श्रीधाम वृंदावन से आईं कथावाचक देवी निधि सारस्वत ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा व्यक्ति को चिंतामुक्त रखती है। श्रीठाकुर की कथा हरि इच्छा और कृपा से ही सुनी जा सकती...
2/ 3श्रीधाम वृंदावन से आईं कथावाचक देवी निधि सारस्वत ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा व्यक्ति को चिंतामुक्त रखती है। श्रीठाकुर की कथा हरि इच्छा और कृपा से ही सुनी जा सकती...
श्रीधाम वृंदावन से आईं कथावाचक देवी निधि सारस्वत ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा व्यक्ति को चिंतामुक्त रखती है। श्रीठाकुर की कथा हरि इच्छा और कृपा से ही सुनी जा सकती...
3/ 3श्रीधाम वृंदावन से आईं कथावाचक देवी निधि सारस्वत ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा व्यक्ति को चिंतामुक्त रखती है। श्रीठाकुर की कथा हरि इच्छा और कृपा से ही सुनी जा सकती...
हिन्दुस्तान टीम,रांचीTue, 22 May 2018 01:58 AM
ऐप पर पढ़ें

श्रीधाम वृंदावन से आईं कथावाचक देवी निधि सारस्वत ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा व्यक्ति को चिंतामुक्त रखती है। श्रीठाकुर की कथा हरि इच्छा और कृपा से ही सुनी जा सकती है। जिस तरह जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनिधि विधानसभा में बैठते हैं ठीक उसी तरह द्वारकाधीश द्वारा चुने गए लोग ही श्रीमद्भागवत की कथा में बैठते हैं। कथावाचक डोरंडा के शिव-महावीर मंदिर धर्मशाला में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में दूसरे दिन सोमवार को प्रवचन कर रहीं थी। कथा का आयोजन श्री बालाजी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ आयोजन समिति की ओर से किया गया है। उन्होंने कहा कि जीवन में सुख- दुख और लाभ, हानि से ऊपर उठ कर जो व्यक्ति दूसरों के लिए जीता है उसके जीने का मार्ग ही सही है। कथावाचक नेहा सारस्वत ने कहा कि भगवान की कथा में अमृत है और उसे भाव से सुनना चाहिए। उन्होंने जीवन में गो सेवा, तन्मयता से भगवान की कथा का श्रवण और धन का अच्छे काम में उपयोग पर प्रवचन किया। उन्होंने कहा कि जीवन में हमें यह प्रयास करना चाहिए कि सभी के लिए उपयोगी हों। इससे पूर्व मुख्य यजमान पुरुषोत्तम दास विजयवर्गीय ने सपरिवार व्यास पीठ की पूजा की। कथास्थल पर पूर्व मंत्री रामजीलाल सारडा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, माधव लाल विजय, प्रेम विजय, उमेश, शैलेश, केशव, हरि प्रसाद, श्याम लाल, सुधीर सहाय, प्रमोद सारस्वत, जमना बाबू और भगवान दास समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें