बांग्लादेशी ने फर्जीवाड़ा कर बनाया पासपोर्ट
फर्जी कागजात के जरिए बांग्लादेशी नागरिक द्वारा इंडियन पासपोर्ट बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बांग्लादेशी एकराम खान जब कोलकाता से बांग्लादेश भागने की फिराक में था, उसकी गिरफ्तारी एयरपोर्ट पर...
फर्जी कागजात के जरिए बांग्लादेशी नागरिक द्वारा इंडियन पासपोर्ट बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बांग्लादेशी एकराम खान जब कोलकाता से बांग्लादेश भागने की फिराक में था, उसकी गिरफ्तारी एयरपोर्ट पर की गई थी। पूछताछ में उसने खुद के बांग्लादेशी होने की बात कबूली।
फोरेनर रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस कोलकाता ने इसकी जानकारी रीजनल पासपोर्ट ऑफिस रांची को दी है। रीजनल पासपोर्ट अफसर सनातन ने जांच के लिए विशेष शाखा के एडीजी अनुराग गुप्ता को पत्र भेजा है।
कैसे बनवाया पासपोर्ट : एकराम ने 6 जून 2014 को रांची में आवेदन दिया था। आवेदन के साथ उसने बायोमेट्रिक डिटेल्स और सत्यापित डॉक्यूमेंट जमा कराए। एज के लिए एफिडेविट दिया। एड्रेस प्रूव के लिए उसने झुमरीतिलैया, वार्ड नंबर 4, भादोडीह के पते का केनरा बैंक का पासबुक जमा किया था।
तत्कालीन एसपी ने बताया था भारतीय
रीजनल पासपोर्ट आफिस के पत्र में जिक्र है कि एकराम के आवेदन व डॉक्यूमेंट को जांच के लिए कोडरमा पुलिस को भेजा गया था। 26 जून 2014 को कोडरमा के तत्कालीन एसपी ने रिपोर्ट भेजी थी। इसमें एकराम को भारतीय बताया गया। रिपोर्ट के आधार पर 7 जुलाई 2014 को पासपोर्ट दिया गया था।
पूछताछ में एकराम ने खोला राज
एकराम से इमीग्रेशन अधिकारियों ने पूछताछ की। उसने माना कि 1992 में अवैध तरीके से उसने परिजनों के साथ बांग्लादेश सीमा पार की थी। भारत में वे कोडरमा के भादोडीह में नसीमुद्दीन खान के यहां रह रहे थे। नसीम की मदद से ही उसने पासपोर्ट, वोटर आईडी व आधार बनावाए।
फर्जी पासपोर्ट से विदेश भी गया है एकराम
फर्जीवाड़ा कर बने पासपोर्ट से एकराम विदेश भी जा चुका है। वह 4 जनवरी 2016 को सउदी गया था। 3 जुलाई 2018 को वह सउदी से मुंबई आया। 27 जुलाई 2018 को भारत से भागने के लिए उसने बांग्लादेश का वीजा लिया। 6 अगस्त को वह कोलकाता पहुंचा और पकड़ा गया।