पीएम के रूप में अटल ने गांव, गरीब, किसान को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा : मरांडी
जयंती पर जन्म शताब्दी वर्ष की हुई शुरुआत, भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदर्शनी का हुआ उद्घाटन, कार्यकर्ताओं ने किया अवलोकन और दी पुष्पांजलि

रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर बुधवार को जन्म शताब्दी वर्ष की शुरुआत हुई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अटल बिहारी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया। राज्य के सभी बूथों पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके चित्रों पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में अटल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने किया। उन्होंने कहा कि पीएम के रूप में अटल ने गांव, गरीब, किसान को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा। विधानसभा परिसर स्थित अटल बिहारी वाजपेयी की आदमकद प्रतिमा पर प्रदेश अध्यक्ष, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह सहित प्रदेश के नेताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में अटल जी के संबंध में गोष्ठी आयोजित की गई जिसे भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया।
पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री के रूप में भारत की राजनीति को नई दिशा दी
रांची महानगर भाजपा द्वारा अटल वेंडर मार्केट, रांची में आयोजित विचार गोष्ठी को बाबूलाल मरांडी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी जैसा महान व्यक्तित्व विरले होते हैं। आज वे भले ही शरीर से हमलोगों के बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी वाणी, उनकी कविताएं, उनके विचार आज भी देश-दुनिया के लोगों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। उनका हृदय कोमल था, लेकिन मां भारती की सेवा में वे विचारों के प्रति दृढ़ और अटल थे। वे संगठन में कार्यकर्ताओं के कार्य करने की स्वतंत्रता के आग्रही थे। अनावश्यक दबाव के पक्षधर नहीं थे। भाजपा नेता ने कहा, एक शिक्षक के पुत्र के रूप में जीवन यात्रा प्रारंभ करने वाले अटल बिहारी ने अपने संघर्ष और परिश्रम से महान व्यक्तित्व को गढ़ा। कभी भी सत्ता के लिए अपने विचारों से समझौता नहीं किया। पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने भारत की राजनीति को नई दिशा दी। पहले 13 दिन, फिर 13 महीने फिर साढ़े चार सालों तक प्रधानमंत्री के रूप में अटल बिहारी ने विकसित भारत, स्वाभिमानी भारत, दुनिया का सिरमौर भारत बनाने के लिए हर संभव कोशिश की। उन्होंने कहा कि पहली बार गांव, गरीब, किसान को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में सार्थक पहल अटल बिहारी की सरकार ने की।
मोदी सरकार अटल जी के सपनों को कर रही साकार
मरांडी ने कहा कि अटल बिहारी की सरकार आदिवासी कल्याण के लिए समर्पित थी। जनभावनाओं का सम्मान करते हुए अलग झारखंड राज्य के सपने को साकार किया। संताली भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल किया। केंद्र में आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाए। बाबूलाल ने कहा है कि आज नरेंद्र मोदी की सरकार अटल जी के सपनों को साकार कर रही है।
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