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90 साल की वृद्धा को जिंदगी के साथ परिवार भी मिला

रांची की एक 90 साल की महिला को कोविड हुआ तो बेटा-बेटी अस्पताल में छोड़कर भाग...

90 साल की वृद्धा को जिंदगी के साथ परिवार भी मिला
हिन्दुस्तान टीम,रांचीThu, 20 May 2021 07:40 PM
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छोड़ गए थे पिरजन ::::::::::::::::::::::::::

दो बेटे की मां का सदर अस्पताल में अनाथ की तरह हुआ इलाज

कोविड से ठीक होने के बाद जिला प्रसाशन ने अनाथाश्रम भेजा

सदर अस्पताल के डॉक्टर ने परिवार से मिलवाया

रांची। संवाददाता

रांची की एक 90 साल की महिला को कोविड हुआ तो बेटा-बेटी अस्पताल में छोड़कर भाग गए। अनाथ की तरह सदर अस्पताल के डॉक्टर और नर्स ने सेवा की। ठीक होने के बाद भी कोई सुध लेने नहीं आया तो जिला प्रशासन ने महिला को अनाथाश्रम भेज दिया। लेकिन जिस डॉक्टर ने महिला को कोविड के बाद नई जिंदगी दी, उन्हींने उन्हें परिवार से मिलवाया। डॉ. अजीत ने सोशल मीडिया पर जब महिला की जानकारी डाली तो नातिन ने उन्हें फोन कर बताया कि ये उनकी नानी है। इसके बाद उनके बेटों को अस्पताल बुलाकर वृद्ध महिला को उन्हें सौंपा गया।

बेटे और बेटी एक-दसूरे पर टालते रहे जिम्मेदारी

सदर अस्पताल के कोविड वार्ड के डॉक्टर अजीत ने बताया कि महिला के दो बेटे रेलवे में नौकरी करते हैं और रांची में रहते हैं। एक बेटी भी यहीं रहती है। वहीं एक बेटा खड़गपुर में रहता है। जब इन लोगों से संपर्क किया गया तो ये अपनी जिम्मेदारी एक-दूसरे पर टालते रहे। आखिर में एक बेटे ने बताया कि मां उनके साथ रहती है। उन्होंने ही अस्पताल में एडमिट कराया था, लेकिन अस्पताल की तरफ से सूचना नहीं मिलने के कारण वे निराश हो गए।

दो हफ्ते से चल रहा था इलाज

महिला को सदर अस्पताल के कोविड वार्ड में करीब दो सप्ताह पहले उनके बेटे भर्ती कराकर चले गए। जब तक वृद्धा अस्पताल में भर्ती रही, कोई एक बार भी हाल जानने नहीं आया। वृद्धा कोरोना पॉजिटिव थीं। डॉक्टरों ने नर्सों व अन्य कर्मियों की मदद से वृद्ध का खयाल रखा। वह खुद से बाथरूम तक जाने में असमर्थ थीं। ऐेसे में डॉक्टरों ने उनकी देखभाल की। बिस्तर तक साफ किए।

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