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64 फ़ीसदी अभिभावक चाहते हैं वैक्सीन आने के बाद खुले स्कूल

राज्य के 72,289 अभिभावकों ने दिए ऑनलाइन सुझाव

64 फ़ीसदी अभिभावक चाहते हैं वैक्सीन आने के बाद खुले स्कूल
हिन्दुस्तान टीम,रांचीFri, 31 Jul 2020 11:53 PM
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झारखंड के 64 फ़ीसदी अभिभावक चाहते हैं कि कोरोना की वैक्सीन बनने के बाद स्कूल खुले। वहीं, 47 फ़ीसदी अभिभावकों का मानना है कि स्कूल खुलने के बाद मात्र दो से चार घंटे की ही पढ़ाई हो। 23 फ़ीसदी अभिभावक सिर्फ ऑनलाइन क्लास, 28 फ़ीसदी हर दिन स्कूल खोलने, जबकि 31 फ़ीसदी ऑनलाइन के साथ-साथ क्लास में पढ़ाई चाहते हैं। झारखंड के अभिभावकों ने स्कूल खोलने को लेकर राज्य सरकार की ओर से मांगे गए ऑनलाइन सुझाव पर अपनी राय दी है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से मांगे गए सुझाव में राज्य के 72,289 अभिभावकों ने अपनी राय दी है। इनमें से 46,289 अभिभावक व माता-पिता वैक्सीन आने के बाद स्कूल खोलने के पक्ष में हैं, जबकि 10,252 अभिभावक अगस्त में, 6,688 सितंबर में, 4,666 अक्टूबर में और 4,394 अभिभावक नवंबर में स्कूल खोलने का सुझाव दिए हैं। वहीं, स्कूल खुलने के बाद स्कूल अवधि को लेकर भी अभिभावकों के अलग-अलग सुझाव आए हैं। 12,511 अभिभावक दो घंटे स्कूल चलाने, 34,423 अभिभावक दो से चार घंटे स्कूल चलाने और 25,355 अभिभावक चार से छह घंटे स्कूल चलाने की बात कही है। इसके अलावा 17,029 अभिभावकों ने सिर्फ ऑनलाइन शिक्षा, 20,510 अभिभावकों ने हर दिन स्कूल में पढाई, 12,271 अभिभावकों ने एक दिन बीच कर स्कूल खोलने और 22,479 अभिभावकों ने ऑनलाइन और स्कूल में साथ-साथ पढाई कराने के सुझाव दिए हैं। साथ ही, 67 फ़ीसदी अभिभावकों स्कूल खोलने पर पका हुआ मिड डे मिल की जगह सूखा राशन देने की अपील की है। निजी स्कूल के अभिभावकों के आए ज्यादा सुझाव- स्कूल खोलने को लेकर आए सुझावों में सरकारी स्कूलों से ज्यादा निजी स्कूलों के बच्चों के अभिभावकों ने सुझाव दिए हैं। निजी स्कूल के 51.18 फीसदी (36,997) अभिभावकों ने सुझाव दिए हैं, जबकि सरकारी स्कूल के 40.61 प्रतिशत (29,357) अभिभावकों ने अपनी राय दी है। सबसे ज्यादा 14,927 सुझाव पूर्वी सिंहभूम से आए हैं, जबकि सबसे कम साहिबगंज से 507 अभिभावकों के ऑनलाइन सुझाव मिल सके।

अभिभावकों ने दिए ऑनलाइन सुझाव :

स्कूल खोलने के पक्ष में :-अगस्त -14.18 फीसदीसितंबर - 9.25 फीसदीअक्टूबर - 6.45 फीसदीनवंबर - 6.08 फीसदीवैक्सीन आने के बाद : 64.03 फीसदी-: स्कूलों में किस तरह से हो पढ़ाई :-ऑनलाइन क्लास -23.56 फीसदीहर दिन स्कूल में क्लास - 28.37 फीसदीएक दिन बीच कर स्कूल - 16.97 फीसदीऑनलाइन और क्लासरूम पढ़ाई - 31.10 फीसदी-: स्कूल में पढ़ाई की अवधि :- दो घंटे - 17.31 फीसदीदो से चार घंटे - 47.62 फीसदीचार से छह घंटे - 35.07 फीसदी-: मिड डे मील के पक्ष में :-स्कूल में बने भोजन : 24.77 फीसदीमिले सूखा राशन : 66.69 फीसदी-: स्कूल से अभिभावकों की अपेक्षा :-बॉडी टेंपरेचर मापा जाए : 77.02 फीसदीहैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था : 75.88 फीसदीहाथ धोने की व्यवस्था - 78.66 फीसदीमास्क की व्यवस्था - 89.03 फीसदीक्लास में सोशल डिस्टेंसिंग - 86.50 फीसदीस्कूल परिसर और क्लासरूम का सैनिटाइजेशन - 81.97 फीसदीएक दिन बीच कर क्लास : 46.84 फीसदी- अभिभावकों के कुल सुझाव - 72,289राज्य सरकार के स्कूलों के अभिभावक - 29,357केंद्र सरकार के स्कूलों के अभिभावक - 3250एफिलिएटिड और माइनॉरिटी स्कूल के अभिभावक - 2685प्राइवेट स्कूल के अभिभावक - 36,997-: सबसे ज्यादा पूर्वी सिंहभूम से आए सुझाव :-पूर्वी सिंहभूम - 20.65 फीसदीपश्चिमी सिंहभूम - 10.37 फीसदीधनबाद - 9.63 फीसदीरांची - 8.14 फीसदीरामगढ़ - 6.59 फीसदीनोट - साहिबगंज, सिमडेगा, खूंटी और गुमला में कुल सुझाव के एक फ़ीसदी से भी कम सुझाव आए हैं।

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