गायत्री शक्तिपीठ में 61 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे
गायत्री परिवार और महिला सुरक्षा समिति ने कराया सामूहिक विवाह विवाह संस्कार से पूर्व...
गायत्री परिवार और महिला सुरक्षा समिति ने कराया सामूहिक विवाह
विवाह संस्कार से पूर्व प्रज्ञा गीत गाये गए
40 जोड़े की सप्तऋषि यज्ञशाला में वैदिक रीति से हुई शादी
21 इसाई जोड़े भी बंधे परिणय सूत्र में
रांची। वरीय संवाददाता
एचइसी के सेक्टर दो स्थित गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को आदर्श सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया, जिसमें 61 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। विवाह का आयोजन महिला सुरक्षा समिति और गायत्री परिवार की ओर से किया गया।
गायत्री परिवार शक्तिपीठ के सप्त ऋषि सभागार हॉल में 21 कुंडीय यज्ञशाला में 40 जोड़ा हिन्दू-आदिवासी युवक-युवतियों का विवाह संस्कार पुरोहित टीम में शामिल रणवीर सिंह, लक्ष्मण मंडल और बिभाष कुमार ने मंत्रोच्चार के बीच संपन्न कराया। सनातनी समाज के वर-वधू ने हवन कुंड में सुख-समृद्धि की कामना के साथ आहूति दी। इसमें गायत्री परिवार के जटाशंकर झा, संजय कुमार सिंह, सुमन कृष्णा, भगवती महिला मंडल संचालन समिति द्वारा उपाचार्यों का सहयोग रहा। विवाह संस्कार के आरंभ में पुरोहित मंच से प्रज्ञा गीत दो आत्माओं के मिलने की मंगल बेला आ गई, आओ स्वागत है हम गीत खुशी के गाएंगे का गायन हुआ।
आदर्श सामूहिक विवाह समारोह में इसाई समाज के 21 जोड़े भी परिणय सूत्र में बंधे। पास्टर सुधीर एक्का ने 21 जोड़े का इसाई समाज की रीति से विवाह संपन्न कराया। इस मौके पर उन्होंन जोड़ों को विवाह संस्कार का उद्देश्य एवं ईश्वरीय वचन के साथ संदेश सुनाया। पास्टर सुधीर एक्का एवं महिला प्रतिनिधियों में मुख्य रेजीना संतोषी खलखो ने गायत्री शक्तिपीठ के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सहयोग के लिए साधुवाद दिया।
विवाह के बाद डॉ ऊषा रानी, वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह, रानी देवी, नीलम रानी, स्नेहलता गुप्ता, भारत प्रियदर्शनी, ओम प्रकाश ने नव दंपतियों को शॉल भेंटकर सुखमय दाम्पत्य जीवन की कामना की। विवाह के आयोजन में संगठन के विशाल रघुवंशी, प्रीति सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गीता एक्का, रीना देवी, अमित कुमार जायसवाल, संतोष कुमार झा, पूनम चौधरी, नीतू देवी, गायत्री कुमारी, यास्मीन प्रवीण, मांडर महजबी प्रवीण, रूपा सिंह, दीपिका सिंह, गायत्री प्रज्ञा परिवार की रेणु सिन्हा, संगीता देवी, मंजू देवी, शशि किरण देवी डॉ दीपक कुमार, पीएन तिवारी, राजू कुमार, जेएनपी, कुणाल कुमार अग्रवाल, सतपथी सिंह, सुशील गराई, राजपति शर्मा, कई साधक, सदस्य और श्रद्धालु समेत अन्य की भागीदारी रही।