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गढ़वा और पलामू को 24 घंटे बिजली का तोहफा, दो लाख लोगों को बेहतर बिजली मिलेगी

गढ़वा और पलामू को 24 घंटे बिजली का तोहफा 15 जुलाई के बाद। गढ़वा और पलामू को 24 घंटे बिजली का तोहफा 15 जुलाई के...

गढ़वा और पलामू को 24 घंटे बिजली का तोहफा 15 जुलाई के बाद। गढ़वा और पलामू को 24 घंटे बिजली का तोहफा 15 जुलाई के...
1/ 3गढ़वा और पलामू को 24 घंटे बिजली का तोहफा 15 जुलाई के बाद। गढ़वा और पलामू को 24 घंटे बिजली का तोहफा 15 जुलाई के...
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हिन्दुस्तान टीम,रांचीTue, 30 Jun 2020 08:01 PM
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राज्य में सबसे अधिक गर्मी और सर्वाधिक कटौती वाले गढ़वा व पलामू में 15 जुलाई के बाद से 24 घंटे बिजली उपलब्ध होने लगेगी। भागोडीह में 220 केवी का ग्रिड सबस्टेशन तैयार हो गया है। इसे सासाराम बिहार से पीजीसीआईएल की नेशनल ग्रिड लेहलेहे 220 केवी और रेहला 132 केवी ग्रिड से जोड़ने के लिए कोयल नदी पर अटके हुए संचरण की लाइन बनाने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद ग्रिड सब स्टेशन के काम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अब तक की तैयारी के मुताबिक सीएम सोरेन ही इस ग्रिड का उद्घाटन करेंगे। अब तक गढ़वा को उत्तर प्रदेश के रिहंद या बिहार के सासाराम से नाममात्र बिजली मिलती है। आज भी इस क्षेत्र में आठ से दस घंटे ही बिजली उपलब्ध हो पाती है। जबकि गर्मी का तापमान राज्य में सबसे अधिक इसी क्षेत्र में चढ़ता है। पानी की किल्लत भी इस इलाके में सबसे अधिक रहती है। लोगों के लिए बिजली के उपकरण, घरेलू इलेक्ट्रॉनिक सामान का उपयोग करना मुश्किल होता है। संचरण निगम के डीजीएम गोविंद यादव के मुताबिक वर्ष 2012 में भागोहीड में 220 केवी ग्रिड सब-स्टेशन बनना शुरू हुआ, लेकिन काम धीमे रहने के कारण दो एजेंसियों को हटाना पड़ा। मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री गढ़वा-पलामू की आपूर्ति में सुधार के लिए भागोडीह ग्रिड के काम की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। गढ़वा को निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है। कोयल नदी और रेलवे लाइन पर टावर बनाना चुनौती रहाउन्होंने बताया कि पीजीसीआईएल के नेशनल ग्रिड से जोड़ने के लिए कोयल नदी और रेलवे क्रॉसिंग पर दो बार ऊर्जा की संचरण लाइन खींचना (बनाना) चुनौतीपूर्ण काम रहा। कोयल नदी पर एक तरफ तीन टावर खड़े कर दिए गए हैं। दूसरी ओर नदी के दोनों छोर पर करीब 500 मीटर की दूरी पर टावर खड़े करके लाइन बनाई जा रही है। रेलवे लाइन पर एक तरफ काम हो गया है। दूसरी ओर लाइन का काम भी जल्द चार जुलाई तक कर लिया जाएगा। लाइन बनाने के लिए शट डाउन लेना पड़ा रहा है। इस कारण उपभोक्ताओं को असुविधा हो रही है। लेकिन जल्द ही क्षेत्र के लोगों को बेहतर बिजली आपूर्ति से राहत मिलेगी। गढ़वा को 75 मेगावाट बिजली मिलने लगेगीलातेहार के पास भागोडीह ग्रिड सब-स्टेशन चार्ज होने के बाद गढ़वा के लिए 75 मेगावाट बिजली उपलबध हो जाएगी। इस समय 35 मेगावाट बिजली मिल पा रही है जबकि मांग 50 मेगावाट से अधिक रहती है। भागोडीह से 45 मेगावाट बिजली उपलब्ध हो सकेगी। इसके साथ ही 132 केवी का ग्रिड सब-स्टेशन अक्तूबर में तैयार हो जाएगा। इससे बिजली की मांग बढ़ने पर भी गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति शुरू हो सकेगी।

कोट: पलामू प्रमंडल की जनता को पिछली सरकार से हमेशा उपेक्षा मिली, लेकिन हमारी सरकार यह स्थिति जरूर बदलेगी। मैं हर एक झारखंड के संपूर्ण विकास के लिए प्रतिबद्ध हूं और इसके लिए हर आवश्यक कदम उठाने को सरकार तैयार है। - हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री

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