ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रांचीझारखंड विधानसभा का 17वां स्थापना दिवस मनाया गया

झारखंड विधानसभा का 17वां स्थापना दिवस मनाया गया

राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ने कहा है कि विकास को गति देने और विधि-व्यवस्था को अधिक सशक्त बनाने के लिए झारखंड का निर्माण हुआ। इस राह में कई कार्य हुए हैं, लेकिन अभी भी लक्ष्य से हम दूर हैं। हमें उस...

झारखंड विधानसभा का 17वां स्थापना दिवस मनाया गया
हिन्दुस्तान टीम,रांचीWed, 22 Nov 2017 11:12 PM
ऐप पर पढ़ें

राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ने कहा है कि विकास को गति देने और विधि-व्यवस्था को अधिक सशक्त बनाने के लिए झारखंड का निर्माण हुआ। इस राह में कई कार्य हुए हैं, लेकिन अभी भी लक्ष्य से हम दूर हैं। हमें उस लक्ष्य को हर हाल में प्राप्त करना है। सभी के चेहरे पर मुस्कान लानी है। ऐसा होगा, तभी झारखंड राज्य के निर्माण का उद्देश्य पूरा होगा। राज्यपाल बुधवार को झारखंड विधानसभा स्थापना दिवस के मौके पर बोल रहीं थीं।

दलगत भावना से ऊपर उठना होगा

राज्यपाल ने कहा कि झारखंड विधानसभा ने गत 17 वर्षों में राज्यहित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। जनहित की समस्याओं के हल और राज्य के विकास में कई सफलताएं भी अर्जित की हैं। लेकिन जरूरत है कि उस गति को हम सभी दलगत भावना से ऊपर उठकर और तेज करें। स्थापना दिवस हमें अपनी कामयाबियों पर प्रसन्नता व्यक्त करने के साथ ही कमियों पर मंथन और चिंतन करने का भी अवसर प्रदान करता है। यह राज्य की सबसे बड़ी पंचायत होती है। जनता अपने क्षेत्र के प्रतिनिधि का चयन बहुत अपेक्षा, आशा और विश्वास के साथ करती है। ये प्रतिनिधि उनकी समस्याओं के निराकरण तथा क्षेत्र के विकास के लिए उत्तरदायी होते हैं।

विपक्ष विरोध के लिए विरोध नहीं करेः

राज्यपाल ने कहा कि सदन में बेहतर ढंग से वाद–विवाद हो, सबकी बात सुनी जाए। जनता भी सदन में आचरण का आकलन करती है। सरकार से यदि जनहित की कोई बात छूट जाए, तो विपक्ष को इस ओर प्रभावी रूप से ध्यान दिलाना चाहिए। इस क्रम में सदन की गरिमा को ठेस न पहुंचे, यह भी ध्यान रखना आवश्यक है। विपक्ष विरोध करने के लिए विरोध न करें, अपनी रचनात्मक भूमिका निभायें। स्वयं के प्रति ईमानदार रहें। झारखंड विधानसभा की गणना देश में आदर्श विधानसभा के रूप में हो। इसके लिए विधानसभा के हर सदस्य प्रयास करे।

योजनाओं के प्रति सजग रहेः

राज्यपाल ने कहा कि जनता की अपेक्षायें अधिक-से-अधिक पूर्ण करने की भूमिका विधानसभा की ही होती है। जनता यह देखती और चिंतन करती है कि अन्य राज्यों में जनता के लिए कौन-सी कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं। इसलिए हमारे विधायकों को भी इस मामले में सचेष्ट रहना चाहिए। उन्हें अपने यहां संचालित विभिन्न योजनाओं के साथ अन्य प्रदेशों में संचालित योजनाओं से अच्छी तरह अवगत रहना चाहिए। जनहित के लिए जरूरी है कि उनकी समस्याएं क्या है, ताकि उसके अनुरूप नीतियां बनाई जा सकें। जनता अपने जन-प्रतिनिधि को ईमानदार समझें, ऐसा माहौल बनें।

सदन की गरिमा के अनुरूप कार्य होः दिनेश उरांव

रांची। विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने कहा कि यह झारखंड विधानसभा का 17वां स्थापना दिवस है। इस दौरान 17 वसंत और 17 पतझड़ देखने को मिला है। यह राज्य की सबसे बड़ी पंचायत है। सदस्यों पर पूरे राज्य की जनता की नजर है। वे संसदीय कार्यप्रणाली को समझें और सदन की गरिमा के अऩुरूप आचरण करें। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में तीसरी बार स्थापना दिवस का कार्यक्रम हो रहा है। किसी एक विधायक को उत्कृष्ट विधायक चुनना कठिन कार्य है। नारी का जहां सम्मान होता है वहां देवता वास करते हैं। इसलिए इस बार चयन समिति ने एक महिला विधायक को सम्मानित करने के लिए चयनित किया। सदस्य विमला प्रधान को उत्कृष्ट विधायक का सम्मान मिला है, यह खूशी की बात है। सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने

सत्ता पक्ष और विपक्ष रथ के दो पहिएः सरयू राय

रांची। संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने कहा कि अब पीछे मुड़ कर देखने का समय नहीं है। आज का दिन आत्मचिंतन और आत्म विश्लेषण का दिन भी है। सत्ता पक्ष औऱ विपक्ष रथ के दो पहिए हैं। दोनों राज्य हित में मिल कर बेहतर तरीके से चलें और राज्यहित में काम करें। इससे विधानसभा की प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी और विकास भी तेजी से होगा। उन्होंने कहा कि लोक-वित्त के काम के लिए विधानसभा को ही जिम्मेदार माना गया है। सभी सदस्य सचेष्ट हो कर विधनसभा के प्रति उत्तरदायीत्व निभाएंगे, तो निश्यच ही विकास होगा। सदन का जो मापदंड है, वह धाराशाही होगा, तो आने वाली पीढ़ी क्या अनुसरण करेगी।

सम्मान मेरे साथ-साथ क्षेत्र की जनता का हुआः विमला प्रधान

रांची। उत्कृष्ठ विधायक का सम्मान पाने के बाद विधायक विमला प्रधान ने कहा कि यह केवल मेरा सम्मान नहीं, मेरे सारे कार्यकर्ताओं और मेरे क्षेत्र सिमडेगी की जनता का सम्मान हुआ है। 1989 से में समाजिक कार्य में जुड़ी हूं। मुझे लगा कि काम करने के लिए एक प्लेटफार्म की जरूरत है और भाजपा से जुड़ी। 2009 में पहली बार सिमडेगा से किसी विधायक को टिकट मिला और में जीत कर विधानसबा तक पहुंची। यहां बहुत कुछ सीखने समझने को मिला। इसके बाद 2014 में फिर जनता ने मुझे सदन तक भेजा। उन्होंने अपने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री से उन्हें दूर करने का आग्रह किया।

डीएवी हेहल के स्वागत गान से शुरू हुआ कार्यक्रम

रांची। झारखंड विधानसभा का स्थापना दिवस कार्यक्रम डीएवी हेहल के छात्रों द्वारा गाए स्वागत गान से शुरू हुआ। इससे पहले राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मंच पर मौजूद मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास, विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय और चयनित उत्कृष्ठ विधायक विमला प्रधान ने दीपर प्रज्व्,लित कर कार्यक्रम को विधिवत शुरू किया। विधानसभा अध्यक्ष ने स्वागत भाषण दिया। जबकि विधानसभा के प्रभार सचिव विनय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट विधायक, विधानसभा के पांच कर्मियों, विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोगों, खिलाड़ियों, वीर शहीदों के आश्रितों, टाना भगतों और मैट्रिक, आईए, आईएससी व आईकॉम के टॉपर छात्रों को सम्मानित किया गया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें