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मेडिकल की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को भोजन का भी संकट, किर्गिस्तान में फंसे झारखंड के 10 विद्यार्थी

मेडिकल की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को भोजन का भी संकट, झारखंड सरकार से लगाई वापस लौटाने की गुहार, राज्य सरकार के अधिकारी करेंगे विदेश मंत्रालय से...

मेडिकल की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को भोजन का भी संकट, किर्गिस्तान में फंसे झारखंड के 10 विद्यार्थी
हिन्दुस्तान टीम,रांचीTue, 23 Jun 2020 09:20 PM
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मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान में झारखंड के 10 विद्यार्थी फंसे हुए हैं। किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे इन विद्यार्थियों के सामने भोजन का संकट भी पैदा हो गया है। इन लोगों ने झारखंड सरकार से वापस झारखंड पहुंचाने की गुहार लगाई है। श्रम विभाग ने ऐसे विद्यार्थियों की फेहरिस्त तैयार की है। इन विद्यार्थियों के परिवार वालों को जल्दी ही कुछ करने का भरोसा दिलाया गया है।

श्रम विभाग ने झारखंड सरकार के उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है। राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी जल्दी ही विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बात कर सकते हैं। इसके बाद बिश्केक में फंसे झारखंड के विद्यार्थियों को लाने की पहल शुरू की जाएगी। बिश्केक स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से भी झारखंड सरकार के अधिकारी इस बारे में बातचीत कर सकते हैं। किर्गिस्तान में फंसे विद्यार्थियों के अभिभावकों ने अपने विधायकों के माध्यम से दबाव बनाना शुरू कर दिया है।

गिरिडीह, गढ़वा के हैं ज्यादा विद्यार्थी :

आईएसएम बिश्केक नामक मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे इन विद्यार्थियों में से अधिकतर गिरिडीह और गढ़वा जिलों के हैं। ये विद्यार्थी वहां के भारतीय रेस्तरां के बंद हो जाने से खाने के मुंहताज हो गए हैं। बाहर निकलने के लिए इन्हें अपना पासपोर्ट दिखाना पड़ता है, जबकि इनके पासपोर्ट कॉलेज के पास जमा है। कोरोना संक्रमण के कारण कॉलेज के बंद हो जाने से इनके लिए पासपोर्ट का निकलाना मुश्किल हो गया है। इन लोगों ने भारत सरकार के वंदे भारत योजना के तहत भारत लौटने के लिए आवेदन भी दिया था। इसके बावजूद बिश्केक स्थित भारतीय दूतावास ने झारखंड के विद्यार्थियों के लिए कोई पहल नहीं की, जबकि दूसरे प्रदेश के विद्यार्थियों को भारत लाने में मदद की गई।

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