
मरम्मत के नाम पर रांची में बिजली कटौती नहीं करेगी परेशान, विभाग ने खोज निकाला तरीका
संक्षेप: ग्रिड के बाहर 33 केवी फीडर लाइन में यदि ऊपर वाली लाइन की मरम्मत करनी होती थी, तब ओवर लेपिंग होने के कारण नीचे वाली लाइन को सुरक्षात्मक कारण से बंद करना होता था। यदि नीचे वाली लाइन की मरम्मत होती थी तो ऊपर वाली फीडर लाइन को भी बंद करना होता था।
33 केवी फीडर लाइन की मरमत को लेकर रांची की आधी आबादी की बिजली नहीं कटेगी, क्योंकि 132/33 केवी क्षमता वाले नामकुम ग्रिड में दो 33 केवी-वे बनकर तैयार हो गया है। जल्द ही इस दो फीडरों को 33 केवी लाइन से जोड़ दिया जाएगा और चार्ज कर इस फीडर से बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। इसके साथ ही नामकुम ग्रिड से निकलने वाली 33 केवी फीडर लाइन में जो ओवर लेपिंग है, उसे भी हटाया जाएगा, ताकि गुणवतापूर्ण बिजली आपूर्ति करने में किसी प्रकार की बाधा न आए। इससे रांची की करीब 6.30 लाख आबादी की सीधे तौर पर फायदा होगा।
पूर्व में ग्रिड से जितने भी 33 केवी पुराने फीडर निकले हैं, वे आपस में एक-दूसरे से उलझे हुए और एक दूसरे के ऊपर मौजूद हैं। जिस कारण मरम्मत कार्य सहित अन्य तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। गौरतलब हो कि बीते महीने इसी तरह की समस्या से कोकर ग्रामीण फीडर, रिम्स फीडर और विकास सबस्टेशन से काफी देर तक बिजली आपूति बाधित थी। इससे निजात दिलाने के लिए फीडरों की ओवर लोपिंग को क्रमवार समाप्त कर दिया जा रहा है। पहले चरण में सिदरौल फीडर और कोकर लाइन से अतिरिक्त दो फीडर पावर सब-स्टेशन ग्रिड से जुड़ जाएंगे।
क्या हो रही थी समस्या और अब क्या होगा लाभ
ग्रिड के बाहर 33 केवी फीडर लाइन में यदि ऊपर वाली लाइन की मरम्मत करनी होती थी, तब ओवर लेपिंग होने के कारण नीचे वाली लाइन को सुरक्षात्मक कारण से बंद करना होता था। यदि नीचे वाली लाइन की मरम्मत होती थी तो ऊपर वाली फीडर लाइन को भी बंद करना होता था। इससे बड़े इलाके में बिजली आपूर्ति बंद हो जाती थी। पूर्व में फीडरों की संख्या कम थी, लेकिन उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने व बिजली खपत बढ़ने के कारण एक-एक करके फीडरों की संख्या में वृद्धि होती गई और फीडरों की ओवर लेपिंग हो गई। लेकिन अब इसका समाधान हो जाएगा और गुणवतापूर्ण बिजली आपूर्ति संभव हो पाएगी। इसके अलावा नामकुम ग्रिड का लोड कम करने के लिए अतिरिक्त ग्रिड निर्माण के लिए झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड सरकार को प्रस्ताव भेज चुका है।
नामकुम ग्रिड से निकलेंगे 33 केवी के 12 फीडर
पूर्व से नामकुम ग्रिड से 33 केवी के 10 फीडर निकले हैं, जो 33 केवी सब-स्टेशनों से जाकर मिलते हैं। इसमें एयरपोर्ट, टाटीसिलवे, खेलगांव, नामकुम, कोकर रूरल, कोकर अर्बन, पॉलिटेक्निक, आरएमसीएच, कुसई, चुटिया शामिल हैं। अब दो नए फीडर होने से इसकी संख्या 12 हो जाएगी।





