रांची को फैटी लीवर मुक्त करने के लिए चलेगा अभियान,दवा फ्री,नर्सों को दी जाएगी ट्रेनिंग
- रांची को फैटी लीवर मुक्त बनाने के लिए अभियान की शुरुआत इस महीने के अंत से होगी। बढ़ते फैटी लीवर के मामलों को देखते हुए रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के प्रयास से इसकी शुरुआत की जाएगी।

रांची को फैटी लीवर मुक्त बनाने के लिए अभियान की शुरुआत इस महीने के अंत से होगी। बढ़ते फैटी लीवर के मामलों को देखते हुए रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के प्रयास से इसकी शुरुआत की जाएगी। सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के सहयोग से चार अत्याधुनिक उपकरणों से लैस बसें फैटी लीवर मुक्त इस अभियान के लिए उपलब्ध होंगी।
इससे रांची के हर प्रखंड और पंचायतों में जाकर लोगों के फैटी लीवर से संबंधित जांच की जाएगी। साथ ही दवा भी निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। अभियान की शुरुआत में टेक्नीशियन और नर्सों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसकी शुरुआत अप्रैल के पहले सप्ताह से होगी। उसके बाद ट्रेनिंग से मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे, जो प्रखंडों में जाकर नर्सों और सहियाओं को भी फैटी लीवर से बचाव के जागरुकता की ट्रेनिंग दी जाएगी। सिविल सर्जन डॉ प्रभात ने बताया कि जांच के अलावा फैटी लीवर को लेकर व्यापक जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।
रांची में सफलता के बाद दूसरे जिलों में भी चलेगा अभियान डॉ प्रभात ने बताया कि रांची में इसकी शुरुआत फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट की तर्ज पर की जा रही है। अगर इस अभियान में सफलता मिलती है तो इसे अन्य जिलों में भी चलाया जाएगा, ताकि युवाओं से लेकर बुजुर्गों में फैल रही इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सके। साथ ही इसकी वजह से होने वाली बीमारियों से भी लोगों को बचाया जा सके।
इस अभियान के तहत हर दिन एक बस एक प्रखंड में जांच करेगी। ऐसे में चार प्रखंडों में एक दिन में जांच और इलाज के लिए शिविर लगाया जाएगा। एक बस में चिकित्सक, जांच टेक्नीशियन और नर्सें भी रहेंगी। इस शिविर का आयोजन लगभग हर पंचायत में किया जाएगा और दवा भी निशुल्क बांटी जाएगी।
फैटी लीवर के कारण
● मोटापा
● डायबिटीज
● अधिक शराब का सेवन
● दवाओं का सेवन
● वसा जमा होना
शुरुआती लक्षण
● थकान
● पेट में हल्का दर्द
● पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में हल्का दर्द
● भूख में कमी
टाइप टू शुगर और हार्ट के मामलों में आएगी कमी
सिविल सर्जन ने बताया कि फैटी लीवर के अभियान के सफल होने से कई तरह के फायदे सामने आएंगे। फैटी लीवर से बचाव के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव भी करना होता है। इससे टाइप टू डाइबिटीज और हार्ट के मामलों में भी काफी कमी आएगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बड़ी संख्या में मरीज फैटी लीवर के शिकार हो रहे हैं।
फैटी लीवर से सिरोसिस और कैंसर का खतरा
फैटी लिवर से कई परेशानियां हो सकती हैं। इनमें शुरुआती दौर में कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन बाद में थकान, पेट में दर्द और लिवर की गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। कई मामलों में लापरवाही के कारण लिवर सिरोसिस, लिवर की विफलता और कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।