संयुक्त मोर्चा ने अरगड्डा महाप्रबन्धक कार्यालय में किया प्रदर्शन
श्रम कानून में बदलाव, कॉमर्शियल माइनिंग, सौ प्रतिशत एफ डी आई, सार्वजनिक क्षेत्र में बिनिवेस, निजीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर संयुक्त मोर्चा ने अरगड्डा महाप्रबन्धक कार्यालय में प्रदर्शन किया।...
श्रम कानून में बदलाव, कॉमर्शियल माइनिंग, सौ प्रतिशत एफ डी आई, सार्वजनिक क्षेत्र में बिनिवेस, निजीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर संयुक्त मोर्चा ने अरगड्डा महाप्रबन्धक कार्यालय में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन स्थल पर बैजनाथ मिस्त्री की अद्यक्षता में सभा हुई। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओ ने कहा कि केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को पूंजीपतियों के हाथों बेचकर पूंजीपतियों को लाभ देना चाह रही है। सभी सरकारी उपक्रमो को बेचा जा रहा है। कोल इंडिया के कर्मियों की रिटायरमेंट सिमा 60 से घटाकर 50 करने का प्रयास किया जा रहा है। श्रम कानून में बदलाव मज़दूर विरोधी है। सरकार के इस जनविरोधी नीतियों का हम सभी श्रमिक संगठन बिरोध करते है। इसके अलावा सिरका कोलियरी और गिद्दी परियोजना में सीटीओ जल्द से जल्द लाने की मांग की। सभा के बाद प्रतिनिधि मंडल ने अरगड्डा प्रबंधन को 14 सूत्री मांग पत्र दिया। प्रदर्शन में मुख्य रूप से मिथलेश सिंह, अरुण सिंह, सुसील सिन्हा, पप्पू मिश्रा, प्रदिप अखोरी, धनेस्वर तुरी, गौतम, जगदीश बेदिया, नागेस्वर महतो, मुस्तफा खान सहित कई उपस्थित थे।