ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रामगढ़ताइपेई आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र के टीम पहुंची चाइना कब्रिस्तान

ताइपेई आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र के टीम पहुंची चाइना कब्रिस्तान

तत्कालीन ताईवान के राजा चांग काई शेक और सैनिकों के कब्र पर पुष्प अर्पित कर हुए...

ताइपेई आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र के टीम पहुंची चाइना कब्रिस्तान
हिन्दुस्तान टीम,रामगढ़Wed, 30 Mar 2022 03:03 AM
ऐप पर पढ़ें

बरकाकाना, निज प्रतिनिधि।

ताइवान देश के दूतावास के तौर पर भारत में स्थापित ताइपेई इकोनॉमिकल एंड कल्चरल सेंटर, नई दिल्ली एम्बेसडर के प्रतिनिधि बौशुआन गेर और अन्य तीन प्रतिनिधि मंगलवार को चाइना कब्रिस्तान पहुंचे। इस दौरान उनके साथ सहायक प्रतिनिधि हैनपिन हुआंग, लाइजनिंग सेक्शन निदेशक कर्णल टी शाउ ई शुआन और कोलकाता से चाईनीज केयर टेकर डेविड मौजूद थे। इस दौरान अधिकारियों ने सर्वप्रथम कब्रिस्तान के बीच स्थित विजय स्तंभ के प्रतिक तत्कालीन ताईवान के राजा चांग काई शेक पर श्रद्धासुमन अर्पित कर नतमस्तक हुए। इसके बाद सेमेट्री परिसर स्थित भगवान बुद्ध मंदिर में पूजा अर्चना किया। इसके बाद कब्रो, लाइब्रेरी, विश्रामालय, मेन गेट आदि का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देष दिए। प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि शहीद ताइवानी सैनिकों के सम्मान में यहां पहुंचे हैं। रिपब्लिक ऑफ चाइना की सरकार का मानना है कि यहां ताइवान के सैनिकों की कब्र है।

7 एकड़ में फैले कब्रिस्तान में 667 चीनी सैनिकों की है कब्र

7 एकड़ में फैले कब्रिस्तान में 667 चीनी सैनिकों की कब्र है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान यहां सार्वजनीक सड़क मार्ग बनाया जा रहा था। इसमें चीनी सेना, अंग्रेज और अमेरिकी सेना ने एकजुट होकर काम करते हुए जापानी फौज को भारत में अपना कब्जा करने से रोका था। इस दौरान कई सैनिक शहीद भी हो गए। इनमें से कुछ सैनिकों को यहां दफनाया गया और इसे चाइना सेमेट्री का नाम दिया गया। कब्रों पर सैनिकों के नाम और पद चीनी भाषा में अंकित हैं।

द्वितीय विश्व युद्ध की स्मृति चकन्ह है चाइना कब्रिस्तान

द्वितीय विश्व युद्ध 18 मार्च 1942 से मार्च 1945 के बीच हुआ। इसका स्मृतियां रामगढ़ जिला से महज तीन किमी दूर बुजुर्ग जमीरा के समीप चाइना कब्रिस्तान के रूप में आज भी विद्यमान है। पूरे भारत में रामगढ़ के अलावे अरूणाचल प्रदेश और असम में भी इस युद्ध के स्मृतियां मौजूद है।

दो मंजिले मंदिर से दिखता है पूरे सेमेट्री का मनोरम नजारा

चाइना सेमेट्री में समय-समय पर ताइवान के अधिकारी और आमजन श्रद्धाजंलि देने पहुंचते रहते हैं। सैनिकों के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते हैं। सेमेट्री के एक छोर पर भगवान बुद्ध का मंदिर है। मंदिर में पहुंचकर असीम शांति का अनुभव करते हैं। इस दो मंजिले मंदिर से पूरी सेमेट्री का मनोरम नजारा दिखता है।

यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें