आदिवासी-ट्राइबल कॉलम के लिए दिल्ली में किया प्रदर्शन
23 फरवारी को एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें विभिन्न राज्य के आदिवासी नेताओं ने हिस्सा...
भुरकुंडा। निज प्रतिनिधि
जनगणना में आदिवासी-ट्राइबल कॉलम लागू करवाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय आदिवासी इंडीजीनस धर्म समन्वय समिति की ओर से दिल्ली के जंतर-मंतर में 23 फरवारी को एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें विभिन्न राज्य के आदिवासी नेताओं ने हिस्सा लिया। इसमें रामगढ़ जिला से राष्ट्रीय आदिवासी इंडीजीनस धर्म समन्वय समिति के सह संयोजक राजकुमार कुंजाम, सरहुल समिति के संरक्षक मिथिलेश टुड्डू, केंद्रीय महासचिव विजय तिर्की, उमेश मुंडा, गंझू खरवार भोगता समिति महिला प्रकोष्ठ की झारखंड प्रदेश उपाध्यक्ष रितिका भोक्ता और युवा बेदिया विकास परिषद के विनोद बेदिया शामिल थे। राजकुमार कुंजाम ने कहा कि आदिवासी किसी भी परिस्थिति में हिंदू नहीं है। ब्रिटिश शासन काल में 1871 से 1941 तक जनगणना प्रपत्र में देश के आदिवासियों के लिए अलग से कॉलम था, जिसे आजादी के बाद एक साजिश के तहत हटा दिया गया। जनगणना में आदिवासी-ट्राइबल कॉलम लागू करवाने की मांग को लेकर उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, अनुसूचित जनजाति आयोग, महा रजिस्टार जनगणना आयोग को ज्ञापन दिया है।