हिन्दुस्तान खास : फेसलेस-पेपरलेस वाहन रजिस्ट्रेशन सूबे में बनी है दूर की कौड़ी
झारखंड में नवंबर 2020 में कुल 66937 छोटे-बड़े वाहनों का रजिस्ट्रेशन राज्य के अलग-अलग जिलों में कराया गया है। इसमें अकेले दो चक्का वाहनों की संख्या...

रामगढ़। योगेंद्र कुमार सिन्हा
झारखंड में नवंबर 2020 में कुल 66937 छोटे-बड़े वाहनों का रजिस्ट्रेशन राज्य के अलग-अलग जिलों में कराया गया है। इसमें अकेले दो चक्का वाहनों की संख्या कुल 56876 है। राज्य में साल भर में करीब 6 लाख छोटे-बड़े वाहनों का पंजीयन राज्य के विभिन्न जिलों में किया जाता है। यह आंकड़ा फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स की ओर से जारी किया गया है। इसमें नये वाहनों के लिए पहले अस्थाई रजिस्ट्रेशन फिर स्थाई रजिस्ट्रेशन में राज्य सरकार को भारी राजस्व की प्राप्ति होती है। वाहन खरीददार रजिस्ट्रेशन के लिए पैसा देने के साथ ही परेशानी भी झेलता है। यदि वह खुद से अपने नये वाहन का रजिस्ट्रेशन कराने संबंधित जिला परिवहन कार्यालय जाता है तो नियम कानून के चक्कर में वह कार्यालय का दौड़ लगाते रहता है। वहीं यदि वह किसी दलाल को अपने वाहन के रजिस्ट्रेशन के लिए पकड़ता है तो उसे रजिस्ट्रेशन के अतिरिक्त राशि चुकानी पड़ती है।
----केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम में डीलर प्वाईंट पर रजिस्ट्रेशन का किया गया है प्रावधान---
केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम में वाहन खरीदारों की इन्हीं परेशानी को देखते हुए डीलर प्वाईंट पर वाहन का अस्थाई और स्थाई पंजीयन करने का प्रावधान किया गया है। लेकिन देश भर में राजस्थान को छोड़कर किसी राज्य में इस प्रावधान को लागू नहीं किया गया है। इस प्रावधान के लागू हो जाने से ग्राहकों को पेपरलेस और फेसलेस रजिस्ट्रेशन संबंधित जिला परिवहन कार्यालय में हो जाएगा।
----कैसे होता है फेसलेस-पेपरलेस रजिस्ट्रेशन----
राजस्थान सरकार के परिवहन मंत्रालय के तय मॉडल के अनुसार छोटे-बड़े सभी वाहनों की बिक्री के समय ही खरीदार से उनके तमाम दस्तावेज की कॉपी लेकर उसे डीलर खरीददार से सत्यापित कराएंगे। उसे पेपर को एनआईसी के वाहन 4.0 वेब पर अपडेट किया जाएगा। साथ ही गाड़ी का इंजन और चेचीस नंबर का इंप्रेशन लेकर उसे साइट पर अपलोड किया जाएगा। उसी के आधार पर वाहन का अस्थाई और स्थाई निबंधन जारी किया जाएगा।
----राज्य के मंत्री के सामने फाडा(फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन) ने उठाया है मुद्दा----
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के झारखंड चेयनपर्सन गोविंद पी मेवाड़ ने प्रदेश के परिवहन मंत्री के सामने यह मुद्दा उठाते हुए झारखंड में भी राजस्थान की तर्ज पर पेपरलेस और फेसलेस वाहन निबंधन शुरू करने की मांग की है। परिवहन मंत्री को दिये पत्र में श्री मेवाड़ ने डीलरों को वाहन 4.0 साइट पर कागजात अपलोड करने की अनुमति देने, डीलर स्तर पर ही वाहनों का निरीक्षण एक्सपर्ट से करने की व्यवस्था करने जैसी मांग की है। श्री मेवाड़ ने इसके लिए राजस्थान सरकार में लागू की गई इस व्यवस्था से संबंधित कागजात भी परिवहन मंत्री का उपलब्ध कराया है।
---वर्जन---
फेसलेस और पेपरलेस व्यवस्था से ग्राहकों के साथ-साथ सरकार को सहूलियत देगा। तमाम कागजी प्रक्रिया डीलर स्तर पर ही पूरी कर दी जाएगी। इससे परिवहन कार्यालय पर अनावश्यक दबाव नहीं होगा। इसके अलावा ग्राहकों का भी गाड़ी खरीदने के साथ ही निबंधन का सारा काम डीलर स्तर पर ही पूरा जाएगा। फाडा की ओर से इसपर राज्य के परिवहन मंत्री को कुछ सुझाव भी दिये गए हैं।
फोटो-रामगढ़-10-फाडा के झारखंड चेयनपर्सन गोविंद पी मेवाड़।
