झारखंड के जमशेदपुर में रेलवे स्टेशन से एक रेलकर्मी का अपहरण कर लिया गया। दस दिनों तक आरोपियों ने उसे बंधक बनाकर रखा। इस दौरान रेलकर्मी को खाना तक नहीं दिया गया। उसके साथ लगातार मारपीट की गई। रेलकर्मी का आरोप है कि उसके बैंक खाते से यूपीआई के माध्यम से पैसे भी निकाल लिए गए।
जानकारी के मुताबिक, टाटानगर रेलवे स्टेशन के वरिष्ठ तकनीशियन आई नारायण बाबू का कार सवार अपराधियों ने अपहरण कर मारपीट की और 10 दिन के बाद छोड़ा। यूपीआई के माध्यम उनके बैंक खाते से हजारों रुपये निकालकर अपराधियों ने ओडिशा में झारसुगुड़ा के पास छोड़ दिया। अपहरण 3 सितंबर की दोपहर डेढ़ बजे टाटानगर स्टेशन से ड्यूटी के दौरान हुआ था। नारायण बाबू ने मंगलवार को अधिवक्ता रविशंकर पांडेय के साथ एसएसपी किशोर कौशल से मिलकर समस्या बताई और सुरक्षा मांगी है।
रेलवे तकनीशियन के अनुसार, अपराधी उसे स्टेशन से पकड़कर मारपीट करते हुए पहले गोलमुरी ले गए। वहां शराब पीने के बाद सभी कार से ओडिशा ले जाकर पीटा और किसी स्थान पर दस दिन तक बिना भोजन के रखकर मारपीट करते रहे। उनके परिवारवालों ने कार्य स्थल से लापता पाकर टाटानगर रेल थाने में मामला दर्ज कराया था, लेकिन रेल पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
रेलवे तकनीशियन ने एसएसपी को बताया अपहरणकर्ताओं की मारपीट से उनकी सेहत ठीक नहीं होने के साथ परिवार के सदस्य भी दहशत में हैं। रेलवे तकनीशियन ने एसएसपी को बताया कि वे राउरकेला के निवासी हैं। पिछले वर्ष उनका तबादला टाटानगर स्टेशन पर हुआ है। इससे पुलिस सुरक्षा देकर तत्काल अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करे।
रेलवे तकनीशियन ने एसएसपी को बताया कि उन्हें 4 नवंबर को ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद फिर से धमकी मिलने लगी। इससे अपहरण करने वाले आशीष कुंभकार, सचिन सागर और संतोष बहादुर से हत्या की आशंका जताई है। हालांकि एसएसपी ने रेलवे तकनीशियन को घटना की जांच कराने और तीनों अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।