झारखंड में रबींद्रनाथ महतो निर्विरोध बनेंगे विधानसभा अध्यक्ष, सर्वदलीय प्रस्ताव
- झारखंड की छठी विधानसभा के लिए रबींद्रनाथ महतो का मंगलवार को निर्विरोध स्पीकर बनना तय है। उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष समेत अन्य दलों ने भी प्रस्ताव दिया है।

झारखंड की छठी विधानसभा के लिए रबींद्रनाथ महतो का मंगलवार को निर्विरोध स्पीकर बनना तय है। उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष समेत अन्य दलों ने भी प्रस्ताव दिया है। विधानसभा से बाहर सीएम हेमंत सोरेन ने भी कहा कि रबींद्रनाथ महतो को सर्वसम्मति से स्पीकर बनाने का प्रस्ताव दिया गया है, जिसपर सहमति बन चुकी है।
सत्र के पहले दिन विधानसभा कार्य संचालन के नियम 8(1) के तहत सत्ता व विपक्ष के विधायकों ने सात सेट में रबींद्रनाथ महतो को स्पीकर बनाने का प्रस्ताव दिया। पहला प्रस्ताव सीएम हेमंत सोरेन ने दिया, जिसका समर्थन झामुमो के मथुरा महतो ने किया। वहीं भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी के प्रस्ताव का सीपी सिंह ने समर्थन किया। इसके अलावा राधाकृष्ण किशोर, सुरेश पासवान, अरूप चटर्जी, सरयू राय और जयराम महतो ने भी प्रस्ताव सौंपा।
बता दें कि रबींद्रनाथ महतो के पिता का शनिवार को निधन हुआ था। शनिवार को ही अंत्येष्टि भी हुई थी। वे लोकतंत्र की प्रक्रिया में उसी परिधान में शामिल हुए।
लगातार दूसरी बार बनेंगे विधानसभा अध्यक्ष
झारखंड विधानसभा के गठन के बाद ऐसा पहली बार है, जब लगातार दूसरी बार कोई विधायक स्पीकर बनेंगे। रबींद्रनाथ महतो पांचवीं विधानसभा में भी अध्यक्ष थे। छठी विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव में नाला से जीतने के बाद विधानसभा पहुंचे रबींद्रनाथ महतो के लिए ये दूसरा अवसर होगा।
विधायकों ने मजबूत लोकतंत्र की ली शपथ
झारखंड की छठी विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हुआ। पहले दिन 80 विधायकों ने लोकतंत्र की मजबूती की शपथ ली। प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने सबसे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विधायक पद की शपथ दिलाई। इसके बाद वरीयता के आधार पर मंत्रियों ने शपथ ली। बाद में विधानसभा क्रमांक के अनुसार सभी विधायकों ने शपथ ली। शपथ ग्रहण के दौरान सदन में झारखंड की भाषा-संस्कृति की छाप भी दिखी।
झारखंड विधानसभा में मंत्री रामदास सोरेन, हेमलाल मुर्मू और चंपाई सोरेन ने संताली में शपथ ली। मंत्री दीपक बिरुआ, सोनाराम सिंकू और दशरथ गगराई ने हो में, सुदीप गुड़िया और रामसूर्या मुंडा ने मुंडारी में, डॉ रामेश्वर उरांव और भूषण तिर्की ने कुड़ुख भाषा में शपथ ली। इसके अलावा मंत्री सुदिव्य कुमार, चंद्रदेव महतो, मथुरा महतो ने खोरठा, मंत्री डॉ इरफान अंसारी और अरूप चटर्जी ने बांग्ला में शपथ ली। मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने अंगिका, हफीजुल हसन ने उर्दू, ममता देवी और जयराम महतो ने कुरमाली, सुरेश बैठा ने नागपुरी में, कुशवाहा शशिभूषण मेहता ने मगही और समीर कुमार मोहंती ने उड़िया में शपथ ली।