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सौहार्द के माहौल में पलामू किला मेला का हुआ समारोप

छठ महापर्व के पारण के दूसरे दिन से पलामू किला परिसर में लगने वाले दो दिनी ऐतिहासिक का रविवार को समापन हुआ। इन दो दिनों में करीब एक लाख लोगों ने मेला और पलामू किला का भ्रमण किया। हालांकि इस दौरान काफी...

सौहार्द के माहौल में पलामू किला मेला का हुआ समारोप
हिन्दुस्तान टीम,पलामूSun, 29 Oct 2017 11:23 PM
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छठ महापर्व के पारण के दूसरे दिन से पलामू किला परिसर में लगने वाले दो दिनी ऐतिहासिक का रविवार को समापन हुआ। इन दो दिनों में करीब एक लाख लोगों ने मेला और पलामू किला का भ्रमण किया। हालांकि इस दौरान काफी लोगों ने ऐतिहासिक किले के दीवार को खरोचकर या उसपर विभिन्न माध्यमों से कुछ लिखकर उसे नुकसान भी पहुंचाने से पीछे नहीं रहे। मेले में अनुमान के अनुसार करीब करीब पांच करोड़ रुपए की खरीद-बिक्री हुई। शांतिपूर्ण और सौहार्द के माहौल में रिजर्व वन क्षेत्र में मेला का समापन हुआ। आयोजन समिति के अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, सचिव बिनोद यादव, कोषाध्यक्ष अरविंद सिंह, कमल सिंह आदि दोनों दिन काफी सक्रीयता बनाये रखा। इधर ओरंगा नदी के किनारे मांस-मदिरा की दुकान भी दोनों दिन गुलजार रहा। भीड़ के कारण सतबरवा, पोची, रबदा की सड़कों पर जाम लगा रहा। हालांकि सतबरवा आउटपोस्ट प्रभारी थाना प्रभारी नवीन प्रसाद पुलिस बल के साथ लगातार गश्त पर रहे। पलामू किला और कमलदह झील ने किया निराश नया और पुराना किला की दुर्दशा और कमलदह झील की कुव्यवस्था ने लोगों को काफी निराश किया। किला खंडहर में तब्दील हो चला है। कमलदह झील का रास्ता झाड़ियों में लुप्त हो गया है। जनप्रतिनिधि भी मेला में भाग लिये परंतु समस्याओं पर गंभीरता नहीं दिखायी वहीं आयोजन कमेटी में भी एकता नहीं होने से स्थिति भयंकर हो गई है। मेले की जमीन व्यक्ति विशेष द्वारा बंदोबस्त करा लिये जाने का भी मामला सामने आया।

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