ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड पलामूएनपीयू : पास विद्यार्थी को फेल व असफल को सफल का मिल रहा रिजल्ट

एनपीयू : पास विद्यार्थी को फेल व असफल को सफल का मिल रहा रिजल्ट

एनपीयू के परीक्षा विभाग फिर रिजल्ट को लेकर चर्चा में है। एनपीयू के विद्यार्थियों को फेल को पास और पास को फेल का रिजल्ट मिल रहा है। इस कारण विद्यार्थी मानसिक रूप से परेशान हैं। हाल के दिनों में यूजी,...

एनपीयू : पास विद्यार्थी को फेल व असफल को सफल का मिल रहा रिजल्ट
हिन्दुस्तान टीम,पलामूThu, 23 Jan 2020 02:05 AM
ऐप पर पढ़ें

एनपीयू के परीक्षा विभाग फिर रिजल्ट को लेकर चर्चा में है। एनपीयू के विद्यार्थियों को फेल को पास और पास को फेल का रिजल्ट मिल रहा है। इस कारण विद्यार्थी मानसिक रूप से परेशान हैं। हाल के दिनों में यूजी, पीजी, बीएड औ बीडीएस का रिजल्ट निकला है, इसमें काफी गड़बड़ियां हैं। टैबलेटिंग रजिस्टर में जो विद्यार्थी फेल है, उन्हें पास का मार्क्ससीट मिल जा रहा है और जो विद्यार्थी टैबलेटिंग रजिस्टर में पास हैं, उन्हें फेल का मार्क्ससीट थमा दिया जा रहा है। छात्र संगठनों ने ऐसे रिजल्ट को लेकर एनपीयू प्रशासन पर कई सवाल खड़ा कर दिया है। हालांकि त्रुटि पकड़ में आने पर रिजल्ट को ठीक भी किया जा रहा है। परंतु छात्रों के नजर में परीक्षा विभाग में रिजल्ट के नाम पर पैसा का खेल होना बताया जा रहा है। आपसू के छात्र प्रतिनिधियों ने बीएड के परीक्षा परिणाम को लेकर वीसी से मिला था और परीक्षा नियंत्रक पर पैसा लेकर फेल विद्यार्थियों को पास करने आरोप लगाया है। वीसी ने छात्र प्रतिनिधियों को परीक्षा नियंत्रक पर लगाये जा रहे आरोप का प्रमाण उपलब्ध कराने को कहा है। कुलपति प्रो. डॉ सत्येन्द्र नारायण सिंह ने स्वीकार किया कि जो रिजल्ट जारी हो रहा है, उसमें काफी गड़बड़ी होने की शिकायत मिल रही है। इस संदर्भ में परीक्षा नियंत्रक से भी पूछा गया है कि आखिर फेल विद्यार्थियों का पास और पास विद्यार्थियों को फेल का रिजल्ट क्यों मिल रहा है? वीसी ने कहा कि वे अपने स्तर से ही अब इस मामले को देखेंगे, ताकि जिस स्तर पर गड़बड़ी हो रही है उसे ठीक किया जा सके।सॉफ्टवेयर में एरर से हो रही गड़बड़ी: परीक्षा नियंत्रक डॉ विजय कुमार प्रसाद ने बताया कि सॉफ्टवेयर पूरी तरह से एरर फ्री नहीं है। सॉफ्टवेयर एरर फ्री नहीं होने के काफी संख्या में फेल विद्यार्थियों को पास और पास विद्यार्थियों को फेल का रिजल्ट मिल रहा है। शुरू से ही सॉफ्टवेयर एरर फ्री नहीं है। जिस कंपनी यूएसटी ने सॉफ्टवेयर बनाया था, उसके प्रतिनिधि काम करते थे, जहां गड़बड़ी होती थी, उसे ठीक कर रिजल्ट जारी करते थे। परंतु अप्रैल-मई-2019 से यूएसटी सॉफ्टवेयर कंपनी के प्रतिनिधि काम छोड़कर चले गए हैं, तब से और परेशानी बढ़ गई है और रिजल्ट में गड़बड़ी हो रही है। उन्होंने कहा जो संसाधन है उसमें बेहतर काम करने की कोशिश कर रहे हैं। सॉफ्टवेयर में हो रहे परेशानी से वीसी को भी अवगत करा चुके हैं, परंतु अभी तक समाधान नहीं हो सका है। इस कारण काफी संख्या में रिजल्ट में गड़बड़ी हो रही है,जहां गड़बड़ी पकड़ में आ रहा है,उसे सुधार रिजल्ट दिया जा रहा है। इसके कारण विद्यार्थियों को लग रहा है कि पैसा लेकर रिजल्ट में सुधार किया जा रहा है, जो निराधार और बेबुनियाद है। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि अब कॉलेजों से से रिजल्ट संबंधी रिपोर्ट की मांग की जाएगी, तब उसमें सुधार किया जाएगा। अभी जो रिजल्ट में गड़बड़ी पकड़ में आती थी, उसे सुधार कर रिजल्ट दिया जा रहा था, परंतु विद्यार्थियों में गलत भ्रम उत्पन्न हो गई है। इस कारण अब किसी भी विषय का रिजल्ट जारी होगा टीआर के अवलोकन कर कॉलेज प्रशासन रिपोर्ट समर्पित करेंगे कि कितने विद्यार्थियों की रिजल्ट में ऋुटी है, उसी आधार टीआर में सुधार करते हुए मार्क्ससीट जारी किया जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें