मेदिनीनगर। प्रतिनिधि
एनपीयू का सुव्यवस्थित परिसर 12 साल भी पूरा नहीं हो सका है। आज एनपीयू कोविड-19 के कारण वर्चुअल माध्यम से 12वां स्थापना दिवस मनाएगी। 12 सालों में भी भाड़े के भवन में संचालित एनपीयू के माथे से कलंक नहीं मिट पाया गया है। जीएलए कॉलेज परिसर के 25 एकड़ भूमि पर निर्माणाधीन एनपीयू परिसर का अब तक मात्र ओवर ऑल 42 प्रतिशत ही काम पूरा हुआ है। फर्स्ट फेज में सेंट्रल लाईब्रेरी, प्रशासनिक भवन, एकेडमिक ब्लॉक, वीसी आवास का निर्माण कार्य 16.39 करोड़ रुपए से किया जा रहा है। परिसर का निर्माण झारखंड राज्य भवन कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन के द्वारा किया जा रहा है। कंस्ट्रक्शन का टेंडर कॉरपोरेशन की ओर से मेसर्स छाबरा कंस्ट्रक्शन कोलकाता को दिया गया है। एनपीयू परिसर के आर्किटेट आरकॉप नई दिल्ली ने तैयार किया है। संभावना जताया जा रहा था एनपीयू अपना 12वां स्थापना दिवस अपने परिसर में प्रशासनिक भवन में मनाएगी,परंतु एनपीयू प्रशासन इसमें सफल नहीं हो सका। क्योंकि अबतक प्रशासनिक भवन का कार्य मात्र 60-65 प्रतिशत ही पूरा हो सका है। एनपीयू का सुसज्जित परिसर का निर्माण 3.9 अरब रुपए से तीन फेज में किया जाना है। 16.39 करोड़ रुपए की लागत से फर्स्ट फेज में सेंट्रल लाईब्रेरी, प्रशासनिक भवन, एकेडमिक ब्लॉक, वीसी आवास का निर्माण कार्य 2018 प्रारंभ हुआ था,जिसे आठ जुलाई 2020 पूरा करना था,परंतु अभी तक अधूरा है सेंट्रल लाईब्रेरी का फिनिसिंग कार्य बाकी है। वहीं एकेडमिक ब्लॉक का कार्य 35 प्रतिशत और वीसी आवास का निर्माण कार्य प्रारंभिक अवस्था में है। संभावना जताया जा रहा है कि मार्च-अप्रैल माह में प्रशासनिक भवन बनकर तैयार हो जाएगा,तब भाड़े के भवन से निकलकर एनपीयू अपने नये परिसर के प्रशासनिक भवन में शिफ्ट हो जाएगा।