आय का 70 प्रतिशत हिस्सा स्वच्छता पर खर्च फिर भी पसरे हैं कचरे
मेदिनीनगर नगर निगम स्वच्छता पर हर महीने 40 लाख रुपये खर्च करता है, लेकिन कचरा सड़कों पर फैला रहता है। डोर स्टेप कचरा कलेक्शन योजना अधूरी है। नगर निगम को 2024-25 में 33वां स्वच्छता रैंक मिला है।...

मेदिनीनगर, आनंद कुमार। पर्व-त्योहार ही नहीं दैनिक जीवन में भी स्वच्छता का बड़ा महत्व है। मेदिनीनगर नगर निगम मासिक टैक्स और किराया आदि स्रोतों से होने वाले आय का करीब 70 प्रतिशत हिस्सा स्वच्छता पर ही खर्च कर रहा है। फिर भी कोर सिटी में भी कचरा सड़कों पर पसरा रहता है। इसके कारण आय दिन लोगों को बड़ी परेशानी होती है। डोर स्टेप कचरा कलेक्शन की महत्वकांक्षी योजना अब भी अधूरी है जिसके कारण मोहल्ले की सड़के कचरे से भरे रहते हैं। मेदिनीनगर नगर निगम को विभिन्न स्रोत से प्रतिमाह करीब 60 लाख रुपए की आमदनी होती है। पूरे वर्ष का 7.20 करोड़ रुपए हो जाता है।
प्रतिमाह 40 लाख रुपए, सफाई व्यवस्था पर खर्च हो रहा है। पूरे साल में लगभग 4.80 करोड़ रुपये सफाई और स्वच्छता में खर्च हो जा रहा है। करीब 350 सफाई कर्मी 35 वार्ड वाले नगर निगम क्षेत्र के सफाई कार्य में लगाए गए है। हालांकि सभी सफाई कर्मी दैनिक वेतन पर कार्य करते हैं। सफाई सहित अन्य कार्य के लिए नगर निगम में 88 गाड़िया सूचीबद्ध है जिसमें 64 का नियमित संचालन किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में मेदिनीनगर नगर निगम को देश स्वच्छता की दृष्टि से 33वां रैंक मिला है जो बेहद खराब है। हालांकि वर्तमान नगर निगम की टीम रैंकिंग की स्थिति बेहतर करने की दिशा में सतत प्रयत्नशील है। परंतु तेजी से बदलाव आता दिखाई नहीं दे रहा है। स्वच्छता का यह हालात तब है कि जबकि नगर निगम क्षेत्र में कोई लघु, मध्यम और बड़ा इंडस्ट्री संचालित नहीं है। सामाजिक कार्यकर्ता विकास राज ने कहा कि निगम की गाड़िया अनियमित और विभिन्न समय पर घर घर कचरा उठाने आती है जिसके कारण लोग कचरा को इधर उधर फेंक देते है। समय को निर्बाध रूप से नियमित करने की आवश्यकता है ताकि लोग सीधे गाड़ियों को ही कचरा दें। साथ ही लोगों को जागरूक करें। सामाजिक कार्यकर्ता शुभम कुमार ने कहा कि तकनीक के जमान में मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के लिए 350 स्वच्छता कर्मी कम नहीं हैं। परंतु सफाई कर्मियों और संसाधनों का कुशल प्रबंधन नहीं हो पा रहा है जिसके कारण अपेक्षित सफाई नहीं हो पा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता आशीष भारद्वाज ने कहा कि मेदिनीनगर सिटी के छहमुहान के पास टूटी सड़क की अबतक मरम्मत नहीं कराई गई। सुदना रेलवे ओवरब्रिज से बैरिया तक की जर्जर सड़क बदतर हाल में है। यद्यपि यह सड़क पीडब्लूडी रोड के अधीन है परंतु आवागमन शहरवासी ही करते हैं। दशहरा में श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही है। मेदिनीनगर के सहायक नगर आयुक्त विश्वजीत महतो ने बताया कि शहरवासियों का बेहतर सहयोग रहा तो अगले स्वच्छता रैंकिंग में मेदिनीनगर नगर निगम टॉप 5 रैंक हासिल करेगा। इसके लिए आमजनो से कचरों को कूड़ेदान में डालने, मुख्य बाजार समेत सार्वजनिक जगहों को स्वच्छ रखने सहित आसपास को बेहतर रखने का अनुरोध किया है। नगरनिगम और नागरिकों के बेहतर समन्वय से ही यह संभव है। घर से कचरों को सही जगह डंप करें। सफाई कार्यों में नगर निगम का सहयोग करें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




