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इप्टा ने मनाया 75वां स्थापना दिवस समारोह, कई कार्यक्रम हुए

भारतीय जन नाट्य संघ( इप्टा ) ने शुक्रवार को 75 वां स्थापना दिवस मनाया। 75 वर्ष पूरा होने के मौके पर इप्टा के द्वारा प्लेटिनम जुबली का आयोजन किया गया। इप्टा की पलामू इकाई ने सुबह आठ बजे रंग जुलूस...

इप्टा ने मनाया 75वां स्थापना दिवस समारोह, कई कार्यक्रम हुए
हिन्दुस्तान टीम,पलामूFri, 25 May 2018 11:27 PM
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भारतीय जन नाट्य संघ( इप्टा ) ने शुक्रवार को 75 वां स्थापना दिवस मनाया। 75 वर्ष पूरा होने के मौके पर इप्टा के द्वारा प्लेटिनम जुबली का आयोजन किया गया। इप्टा की पलामू इकाई ने सुबह आठ बजे रंग जुलूस निकाला जो हुए शहीदे आजम भगत सिंह चौक पहुंची। जुलूस में एक पागल नाटक के माध्यम से पलामू में पानी समस्या को उठाया गया । इप्टा के बाल कलाकारों में अनुभव मिश्रा व आयुष प्रकाश ने अपनी वेशभूषा व व्यवहार से हिंदू मुस्लिम की एकता को आवश्यक पर जोर दिया। वहीं प्रांजल मिश्रा ने नगाड़ा बजाते हुए आपसी एकता की अपील कर रहे थे। रंग जुलूस अंत में आईएमए हॉल पहुंचा, जहां झंडोतोलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। प्लेटिनम जुबली के मौके पलामू इप्टा के संस्थापक सदस्य डॉक्टर एमपी विश्वकर्मा ने झंडोत्तोलन किया । मौके पर प्रगतिशील साहित्यकार प्रोफेसर रामानुज शर्मा ने कहा कि इप्टा के मूल विरासत से जोड़कर रखे रहना और लोगों को जोड़ना आज की जरूरत है। दूरदर्शन की उद्घोषिका शर्मिला सुमि में कहा इप्टा अपनी चेतना को बरकरार रखे हुए हैं। अवाम की बेहतरी की चेतना से लैस की जिम्मेदारी आज के दौर में बढ़ जाती है। प्रगतिशील लेखक संघ के पंकज श्रीवास्तव इप्टा के अद्भुत इतिहास की चर्चा करते हुए बताया कि इप्टा देश की सबसे बड़ी सांस्कृतिक संगठन है। जिस का नामकरण डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा ने किया था। इप्टा के अध्यक्ष डॉक्टर अरुण शुक्ला ने कहा कि इप्टा एक सोच है। इप्टा के 75 वर्ष का सफर काफी सुनहरा रहा रहा। दुर्भाग्य से 2014 में एक ऐसी सुनामी आई जिसमें हमारी सांस्कृतिक विरासतों पर हमले बढ़ गए इन विपरीत परिस्थितियों के बाद भी इप्टा की चेतना में कहीं कोई कमी नहीं आई है यह सबसे बड़ी बात है। मुख्य अतिथि व संस्थापक सदस्य एमपी विश्वकर्मा ने इप्टा के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए विमल राय ख्वाजा अहमद अब्बास कैफी आजमी जैसे लोगों की इप्टा के प्रति प्रतिबद्धता को याद किया। उन्होंने बताया कि इप्टा ने कई महान लोगों को जन्म दिया जो एक बेहतर वह समतामूलक समाज की स्थापना चाहते रहे। इप्टा आज भी इन्हीं सपनों के साथ निरंतर सक्रिय है। मौके पर झारखंड इप्टा महासचिव उपेंद्र मिश्र, आलोक श्रीवास्तव, कौशिक मलिक, गौतम चटर्जी, सैकत चट्टोपाध्याय, ललन कुमार, डॉ कुलदीप, वंदना श्रीवास्तव, राजीव रंजन, दिनेश, अभय मिश्रा , समरेश सिंह, शशि पांडे, दिनेश, अजीत ,संजीत, पप्पू सहित कई इप्टा कर्मी उपस्थित थे

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