सुखाड़ क्षेत्र घोषित होने से नहीं खरीदा जा रहा किसानों से धान, बढ़ी परेशानी
मेदिनीनगर, संवाददाता। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उत्पादित अधिकतम धान नहीं खरीदे जाने से हुसैनाबाद प्रखंड के आठ पंचायत के किसान परेशान है। पलामू जिले के...

मेदिनीनगर, संवाददाता। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उत्पादित अधिकतम धान नहीं खरीदे जाने से हुसैनाबाद प्रखंड के आठ पंचायत के किसान परेशान है। पलामू जिले के 22 पंचायत वाले हुसैनाबाद प्रखंड में महज आठ फीसदी धान की आच्छादन होने की रिपोर्ट कृषि विभाग ने किया है। परंतु उत्तर कोयल नहर से सिंचित हुसैनाबाद के आठ पंचायत यथा बड़ेपुर, दंगवार, बेलविगहा, लोटनिया, बनियाडीह, बराही, महुअरी, देवरी कला व देवरी खुर्द में इस वर्ष भी धान की शत-प्रतिशत रोपनी व उत्पादन हुआ है। प्रखंड स्तरीय धान आच्छादन रिपोर्ट के कारण किसानों का धान एमएसपी पर संबंधित पैक्स में नहीं खरीदा जा रहा है।
परेशान किसानों ने पलामू के उपायुक्त को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है। पत्र की प्रतिलिपि खाद्य आपूर्ति विभाग के सचिव, कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, झारखंड राज्य खाद्य एवं असैनिक निगम आपूर्ति निगम के प्रबंध निदेशक को सौंपी गई है। परेशान किसानों ने पत्र में उल्लेख किया है कि उक्त पंचायतों में 100 से अधिक ऐसे किसान है जिन्होंने 100 से 200 क्विंटल तक धान उत्पादित किया है। किसानों ने अपनी-अपनी आईडी से उत्पादित धान को पैक्स में बेचने के लिए अनुमति देने की मांग की है। किसान राजीव रंजन सिंह, प्रियरंजन सिंह, गंगा सिंह, अमित कुमार सिंह आदि ने बताया कि क्रय केंद्र में धान नहीं खरीदे जाने के कारण किसान खुले बाजार में 13 से 14 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से धान बेचने के लिए मजदूर है। यह एमएसपी से सात से आठ रुपये कम और पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से 13 रुपये तक कम है।
