Ambulance Shortage in Palamu Patients Face Delays and High Costs गांव के मरीजों को नहीं मिल पाता ससमय एंबुलेंस, संख्या कम होने से परेशानी, Palamu Hindi News - Hindustan
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गांव के मरीजों को नहीं मिल पाता ससमय एंबुलेंस, संख्या कम होने से परेशानी

पलामू में मरीजों को एंबुलेंस समय पर नहीं मिल रही है, जिससे उन्हें निजी एंबुलेंस या गाड़ी बुक करनी पड़ती है, जो 2000 से 3000 रुपये खर्च कराती है। ग्रामीण क्षेत्रों में एंबुलेंस की कमी है, जिससे मरीजों...

Newswrap हिन्दुस्तान, पलामूThu, 20 March 2025 12:14 AM
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गांव के मरीजों को नहीं मिल पाता ससमय एंबुलेंस, संख्या कम होने से परेशानी

मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। पलामू के मरीजों को ससमय एंबुलेंस नहीं मिल पाता है। इसके कारण उन्हे ज्यादा राशि देकर निजी एंबुलेंस या निजी गाड़ियों से अस्पताल पहुंचना पड़ता है। मरीजों को निजी गाड़ी या एंबुलेंस बुक करके अस्पताल आने पर 2000 से 3000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। यह खर्च सामान्य परिवार के लिए बड़ा दबाव है। जिले में फिलवक्त करीब एक लाख की आबादी पर एक एंबुलेंस उपलब्ध है। इसके कारण पलामू के ग्रामीण क्षेत्र में एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाता है। मेदिनीनगर के एमआरएमसीएच में मरीज सोनमती ने बताया कि एंबुलेंस बुलाने पर अक्सर देर से आने की समस्या है। इससे मरीज की स्थिति बिगड़ने लगती है। स्थितियों को और बेहतर करने की जरूरत है ताकि विकट पर स्थिति में जल्द से जल्द एम्बुलेंस पहुंच सके। एक अन्य मरीज संतोष के अनुसार शहर में आसानी से एम्बुलेंस ससमय पर उपलब्ध हो जाता है। उन्होंने कहा कि आधा घंटे के अंदर एम्बुलेंस पहुंच गई थी और फलत: घर के सदस्य का ससमय इलाज हो गया। परंतु ग्रामीण क्षेत्र में एंबुलेंस पहुंचने में देर हो जाती है।

पलामू के सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि एम्बुलेंस की स्थिति ठीक करने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। पहले के मुकाबले स्थितियां बहुत बेहतर हुई है। सीएचसी सहित जिला मुख्यालय अस्पतालों में भी एम्बुलेंस उपलब्ध है जिसे मरीजों की सेवा में लगाया गया है। वर्तमान में जिले में कुल 46 एम्बुलेंस हैं जिनमें 2 खराब स्थिति में है। 44 एंबुलेंस फिलवक्त सेवा में हैं। एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाने के सवाल पर डॉ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि अचानक बड़ा हादसा होने पर स्थितियां कठिन हो जाती है। कुछ एम्बुलेंस बढ़ाएं जाने की आवश्यकता है।

इधर 108 एम्बुलेंस सेवा के पलामू जिला प्रभारी अजय कुमार ने कहा कि जिले में फिलवक्त 24 एम्बुलेंस मौजूद है जिसमें 3 खराब है। 21 के माध्यम से जिले में सेवाएं दी जा रही है। एमआरएमसीएच के लिए 3 एम्बुलेंस उपलब्ध है। अन्य 18 एम्बुलेंस विभिन्न सीएचसी से संलग्न होकर मरीजों को अस्पताल पहुंचा रहे है। संबंधित क्षेत्र में एंबुलेंस मौजूद नहीं होने पर ही विलंब होता है अन्यथा मरीज का कॉल आने के आधे घंटे के अंदर एंबुलेंस उपलब्ध हो जाता है।

उल्लेखनीय है कि पलामू जिले का विस्तार सुदूर पहाड़ी क्षेत्र तक में है। पांच शहरी क्षेत्र के अलावा 265 पंचायत में करीब 24 लाख की आबादी निवास करती है। 108 एंबुलेंस सेवा 24 लाख की आबादी के बीच महज 21 उपलब्ध है। एक लाख से अधिक आबादी पर एक एंबुलेंस उपलब्ध होने के कारण ससमय सेवा नहीं मिल पाता है। अन्य एंबुलेंस अस्पताल प्रशासन के पास रहता है। यह मरीज को सामान्य तौर पर उपलब्ध नहीं हो पाता है। पलामू जिले के बेसिक और एडवांस दोनों तरह के एंबुलेंस उपलब्ध हैं। परंतु एडवांस एंबुलेंस की संख्या बेहद कम है। खराब पड़े एंबुलेंस इंधन की अनुपलब्धता या मामूली रिपेयर नहीं होने के कारण खराब हैं।

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