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पलामू के 500 एकड़ भूमि में लगेगा माइक्रो इरीगेशन सिस्टम

पलामू में रविवार की शाम से मानसून की बारिश शुरू हो गयी है। शाम करीब साढ़े पांच बजे से शुरू हुई रिमझिम बारिश से मेदिनीनगर शहर व आसपास के इलाके में उमस बढ़ गयी है। इसी बीच जिला प्रशासन ने पलामू जिले...

पलामू के 500 एकड़ भूमि में लगेगा माइक्रो इरीगेशन सिस्टम
हिन्दुस्तान टीम,पलामूMon, 15 Jun 2020 02:01 AM
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पलामू में रविवार की शाम से मानसून की बारिश शुरू हो गयी है। शाम करीब साढ़े पांच बजे से शुरू हुई रिमझिम बारिश से मेदिनीनगर शहर व आसपास के इलाके में उमस बढ़ गयी है। इसी बीच जिला प्रशासन ने पलामू जिले में हर साल अपेक्षाकृत कम बारिश होने के आलोक में वर्षा जल के बेहतर प्रबंधन की दिशा में पहल शुरू कर दी है। उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि ने जिले में कृषि विकास की समीक्षा करते हुए 500 एकड़ भूमि में माइक्रो इरीगेशन सिस्टम लगाने पर विमर्श किया। चयनित किसानों को 100 प्रतिशत सब्सिडी में ड्रिप/ स्प्रिंकलर सिस्टम उपलब्ध कराने व फलों की खेती के लिए मल्टी-लेयर फार्मिंग पद्धति अपनाने को लेकर चर्चा की गयी। उद्यानिकी के क्षेत्र को बढ़ाने की बनी योजना : जिले में 500 एकड़ भूमि पर सिंचाई सुविधा के सुदृढ़ीकरण के लिए डीप, स्प्रिंकलर एवम सोलर पंप का अधिष्ठापन के लिए कृषि योग्य भूमि और किसानों के चयन के लिए गठित चयन समिति के साथ उपायुक्त ने शनिवार को देर शाम में बैठक की। इस बैठक में जिले में कृषि के विकास की समीक्षा की गई। साथ ही नीति आयोग तथा कृषि विभाग के पदाधिकारी एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक के साथ संबंधित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर चर्चा की गयी। जिले की वर्तमान स्थिति में किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा करते हुए उद्यानिकी के क्षेत्र को बढ़ाने की योजना बनाई गई। छतरपुर अनुमंडल के प्रखंडों का किया गया चयन : उपायुक्त ने बताया कि इस वर्ष जिले में करीब 500 एकड़ जमीन पर माइक्रो इरीगेशन/ टपक सिंचाई के माध्यम से खेती का विस्तार किया जाएगा। नीति आयोग द्वारा पलामू जिले को दिए गए अवार्ड की राशि का उपयोग किसानों को सोलर पंप, ड्रिप तथा स्प्रिंकलर पर सब्सिडी देने में किया जाएगा। इसके लिए स्थल तथा किसानों का चयन किया जा चुका है। जिले के चार प्रखंडों यथा छतरपुर, पिपरा, हरिहरगंज तथा नौडिहा बाज़ार प्रखंड का चयन किया गया हैं। अबतक जिले की 50 एकड़ क्षेत्रफल वाले सात जमीनों को चिह्नित किया गया है। तीन प्लॉट छत्तरपुर में, तीन प्लाट हरिहरगंज तथा एक प्लॉट पिपरा प्रखंड में है। किसानों को सिंचाई के लिए प्रशासन द्वारा सोलर पंप दिया जायेगा। इसकी 70 प्रतिशत राशि प्रशासनद्वारा किसानों को दी जाएगी। किसानों को खेत की फेंसिंग कराना होगा। स्प्रिंकलर तथा ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से इन खेतों में सिंचाई की जाएगी। किसानों के लिए 100 प्रतिशत की सब्सिडी का प्रावधान है। स्ट्रॉबेरी, ब्रोकली आदि उपजाने की बनी रणनीति : जिले में उद्यानिकी (हॉर्टिकल्चर) तथा फलों की खेती के लिए मल्टी लेयर फार्मिंग की रणनीति भी बैठक में तैयार की गई। इसके तहत आम की बागवानी के दौरान बीच-बीच में खाली पड़े स्थानों पर मौसमी फल यथा स्ट्रॉबेरी, ब्रोकली सहित अन्य फल/सब्जी की खेती की जाएगी। इससे कृषकों को ज्यादा फायदा पहुंचेगा। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि किसान मैदानी फसलों के साथ-साथ उद्यानिकी फसलें भी लगाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। बैठक में अपर समाहर्ता पलामू, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, चियांकी स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र सह निदेशक, लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता, एडीआईओ, छतरपुर, हरिहरगंज तथा पिपरा के अंचल अधिकारी, एडीएफ सन्नी कुमार तथा अक्षय चौहान आदि मौजूद थे।

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