सिद्धारमैया देशभक्त है या देशद्रोही पता करना चाहिए; कर्नाटक के सीएम पर भड़के निशिकांत दुबे
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया के बयान पर भाजपा हमलावर है। बयान को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे कर्नाटक के सीएम पर निशाना साधा है।

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देश में सियासी माहौल गर्म है। विपक्षी दलों के नेता केंद्र सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं। इसी कड़ी में कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि पहलगाम आतंकी हमला सुरक्षा चूक का नतीजा था। युद्ध की कोई जरूरत नहीं है। हम पाकिस्तान से युद्ध के पक्ष में नहीं हैं। हमें कड़े कदमों को उठाने के साथ सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। इस बयान पर सत्ता पक्ष के नेता सवाल उठा रहे हैं। इन बयानों को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे कर्नाटक के सीएम पर निशाना साधा है।
यह पूछे जाने पर कि एक तरह तो पहलगाम हमले पर कांग्रेस के राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेता सरकार की ओर से उठाए जाने वाले कदमों का समर्थन करने की बात कह रहे हैं तो दूसरी ओर उनकी पार्टी के कुछ नेता विरोध में बयानबाजी करते हैं। इस पर निशिकांत दुबे ने कहा कि मेरा कहना है कि सिद्धारमैया देशभक्त है या देशद्रोही यह लोगों को पता करना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या आप राहुल गांधी से पूछना चाहेंगे कि क्या वह सिद्धारमैया के बयान का समर्थन करते हैं? इस पर निशिकांत दुबे ने कहा कि मुझको राहुल गांधी से इस पर बात करने की जरूरत नहीं है। मुझको अपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अपने गृह मंत्री अमित शाह और अपने रक्षा मंत्री पर विश्वास है।
निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने यदि कहा है कि आतंकवाद को मिट्टी में मिला देंगे तो आतंकवाद मिट्टी में मिल जाएगा। यह पूछे जाने पर कि आपका कहना है कि भारत में पाकिस्तानी लड़कियां रहती हैं। इस पर निशिकांत दुबे ने कहा कि क्या यह सच्चाई नहीं है। क्या आपने वाघा बॉर्डर पर नहीं देखा। भारत में पाकिस्तानी लड़कियां भी रहती हैं और पाकिस्तानी लड़के भी आते हैं शादी करने के लिए।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शनिवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहलगाम हमले पर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। प्रधानमंत्री को सर्वदलीय बैठक में होना चाहिए था। वह बिहार में चुनाव प्रचार कर रहे थे। उनके लिए क्या महत्वपूर्ण है? वह लोगों को टोपी पहना रहे हैं। मौजूदा वक्त में युद्ध की कोई जरूरत नहीं है। हम इसके पक्ष में नहीं हैं। हमें कड़े कदम उठाने चाहिए। बस इतना ही। सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। देश में शांति होनी चाहिए। लोगों की सुरक्षा होनी चाहिए और केंद्र को सुरक्षा उपायों पर गौर करना चाहिए।
(पीटीआई और एएनआई के इनपुट पर आधारित)