
दिशोम गुरू को लोहरदगा वासियों ने नम आंखों से दी श्रद्धांजलि
संक्षेप: झारखंड आंदोलन के नेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से आदिवासियों और वंचितों ने एक मसीहा खो दिया है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू ने कहा कि शिबू सोरेन ने आठ बार लोकसभा और तीन...
लोहरदगा, संवाददाता। झारखंड आंदोलन के प्रणेता सूबे के जननेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से झारखंड ही नहीं देश ने आदिवासियों, वंचितों और अकलियतों के मसीहा को खो दिया है। झारखंड के हर दिल अजीज नेता की छत्रछाया से हम सभी वंचित हो गए हैं। अभिभावक को खोने से जो रिक्तता आई है, उसे भर पाना संभव नहीं है। उक्त बातें झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दिग्गज नेता पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू ने कही।श्री साहू ने कहा शिबू सोरेन आठ बार झारखंड से लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया। तीन बार राज्यसभा के लिए चुने गए। तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने।

लगभग चार दशक के राजनीतिक जीवन में उन्होंने सबको न्याय और अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष को चरमोत्कर्ष तक पहुंचा।

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