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आत्मनिर्भरता के लिए किताबी ज्ञान के अलावा अन्य गतिविधियों में सहभागिता करें: आकांक्षा रंजन

शिक्षा को किताबी ज्ञानों तक ही सीमित न रखें। समाज की तमाम गतिविधियों में सहभागिता करने से ही सामाजिक और राष्ट्रीय विकास होता है। व्यक्तित्व निखर कर सामने आता है। विशेषकर लड़कियों को टीम इवेंट में...

आत्मनिर्भरता के लिए किताबी ज्ञान के अलावा अन्य गतिविधियों में सहभागिता करें: आकांक्षा रंजन
हिन्दुस्तान टीम,लोहरदगाTue, 21 Jan 2020 12:54 AM
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शिक्षा को किताबी ज्ञानों तक ही सीमित न रखें। समाज की तमाम गतिविधियों में सहभागिता करने से ही सामाजिक और राष्ट्रीय विकास होता है। व्यक्तित्व निखर कर सामने आता है। विशेषकर लड़कियों को टीम इवेंट में सहभागिता करनी चाहिए। इससे एक दूसरे के गुणों को आत्मसात करने का अवसर मिलता है। सामाजिकता बढ़ती है ।नैतिकता को आगे बढ़ाने में टीम इवेंट की अहम भूमिका होती है। यह कैरियर के लिए भी जरूरी है। उक्त बातें लोहरदगा उपायुक्त सह भारत स्काउट गाइड जिला सभापति आकांक्षा रंजन ने कहीं। वह 20 जनवरी 2020 को उर्सुलाइन कन्वेंट गर्ल्स स्कूल लोहरदगा में संस्था द्वारा आयोजित 65 छात्राओं के दीक्षा समारोह को संबोधित कर रहीं थीं। उन्होंने छात्राओं का आह्वान किया कि वह जीवन इस अवस्था में आत्मनिर्भर बनने के पहल शुरू करें। आर्थिक आत्मनिर्भरताके लिए कोशिश आरंभ करें। यह तय करें कि हमें क्या बनना है। उसी के अनुरूप अपने को ढालना शुरू कर दें। डीसी आकांक्षा रंजन ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों के कार्यक्रम सभी स्कूलों में आयोजित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की लड़कियों का सामूहिक ट्रेनिंग और दीक्षा समारोह आयोजित करने की जरूरत है। आत्मनिर्भरता से ही लड़कियां सशक्त बनेंगी। इस तरह की ट्रेनिंग से शारिरीक मजबूती, बौद्धिक और मानसिक क्षमता तो बढती ही है। नैतिक बल के द्वारा हम सामाजिक और राष्ट्रीय उत्थान में अपने को समाहित कर पाते हैं। भारत स्काउट- गाइड की प्रतिज्ञा भी हमें ईश्वरीयशक्ति और देश प्रेम के साथ एक दूसरे के सहयोग और सहायता का सीख देता है। यह भावना भारत स्काउट गाइड के नियम के अनुपालन की शिक्षा देती है। छात्राओं को बेहतर शिक्षा के साथ गाइडिंग क्रियाशीलन के लिए दीक्षा आवश्यक है। दीक्षा से कार्य के प्रति समर्पण की भावना जागृत होती है।शिक्षा के साथ संस्कारित होना जरुरी है।अतिरिक्त गतिविधि भी कैरियर निर्माण में सहायक होता है। उपसभापति दीपक मुख़र्जी ने कहा कि गाइडर विनम्र और साहसी होते हैं।मनोबल को हमेशा ऊंचा बनाये रखें। भारत स्काउट और गाइड के जिला सचिव शैलेन्द्र कुमार सुमन ने कहा कि गाइडर अभी से ही दूसरों की सहयता करने की भावना को अपनाएं।संस्था देश प्रेम, एकता का सन्देश देती है। जिला संगठन आयुक्त सह राष्ट्रपति स्काउट गौतम लेनिन ने दीक्षा के उदेश्य पर प्रकाश डाला। राष्ट्र सेवा में स्काउट गाइड की भूमिका अग्रणी है। दीक्षा के उपरांत हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उर्सुलाइन कांवेन्ट प्रिंसिपल सिस्टर पुष्पा एरगेट ने कहा कि दीक्षा लिए गाइडर के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए सत्य के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। सि पुष्पा ने उपायुक्त का स्वागत स्कार्फ पहनाकर किया गया। कार्यक्रम में सि डॉ आईलीन कुजूर,सिस्टर विक्टोरिया, सरोज तिर्की, अजय प्रसाद समेत विद्यालय परिवार मौजूद थे। 65 गाइडर छात्राओं को द्वितीय सोपान ट्रेनिंग के बाद दीक्षा दिलाई गई। सभी को संस्था का बैच भी प्रदान किया गया। डीसी आकांक्षा रंजन ने इस मौके पर कहा कि विधानसभा चुनाव में वैलेंटी के रूप में सेवा देने वाली गाइडरों को 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा।

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