ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड लोहरदगाबाहर के फंसे लोगों को अब जाने की इजाजत नहीं

बाहर के फंसे लोगों को अब जाने की इजाजत नहीं

लोहरदगा जिले में 29 मार्च को लाकडाउन के मददेनजर प्रशासन और पुलिस अधिक सख्त दिखी। शहर में नगर परिषद प्रशासन के द्वारा लगातार इस बात को लेकर प्रचार प्रसार किया जाता रहा कि जो भी सड़क पर निकलेंगे उनके...

बाहर के फंसे लोगों को अब जाने की इजाजत नहीं
हिन्दुस्तान टीम,लोहरदगाMon, 30 Mar 2020 12:04 AM
ऐप पर पढ़ें

लोहरदगा जिले में 29 मार्च को लाकडाउन के मददेनजर प्रशासन और पुलिस अधिक सख्त दिखी। शहर में नगर परिषद प्रशासन के द्वारा लगातार इस बात को लेकर प्रचार प्रसार किया जाता रहा कि जो भी सड़क पर निकलेंगे उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस बाहर के प्रदेशों से आने वाले लोगों से पूछताछ करती दिखी। नगर परिषद प्रशासन ने अपने सहायता केंद्र में रविवार से बना बनाया भोजन देना लोगों को शुरू किया। जो लोग बाहर के फंसे हुए हैं उन्हें अब बाहर जाने की इजाजत नहीं है। उनके लिए प्रशासन समाजसेवी और सक्षम लोग भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। यह भी प्रशासन के आदेश पर ही होगा। किसी को कहीं भीड़ एकत्र करने की इजाजत नहीं है। कोई अपने मन से कही कुछ नहीं करेगा। अपने पास-पड़ोस में भी प्रशासन को सूचना देकर ही सहयोग और सहायता की जाएगी। रविवार को लोहरदगा में 59 लोगों को होम क्वारंटाइन में भेजा गया। इसमें सर्वाधिक 41 लोग नगर परिषद क्षेत्र में हैं। लोहरदगा सदर प्रखंड में नौ लोग हैं जिन्हें होम क्वारंटाइन में भेजा गया। इसके अलावा कुडू प्रखंड से एक, भंडरा से चार और सेन्हा से भी चार लोगों को होम क्वारंटाइन में भेजा गया। अच्छी बात यह हुई कि लोहरदगा सदर अस्पताल झारखंड का पहला सदर अस्पताल बन गया जहां दो बेड का वेंटिलेटर वार्ड बना है। यानी लोहरदगा जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने अन्य जिलों की तुलना में बेहतर तैयारी की है। 70 बेड आइसोलेशन का है और 174 बेड क्वारंटाइन का बनाया गया है। नवोदय विद्यालय को क्वारंटाइन वार्ड में बदल दिया गया है। यहां की गई तैयारी का अधिकारियों ने जायजा लिया। वहीं शहर के आवासीय विद्यालय के नए परिसर को भी क्वारंटाइन वार्ड में बदल दिया गया है। उर्सुला हॉस्पिटल की ओर से भी इस अभियान में सहयोग देते हुए 20 आइसोलेशन और कुछ कमरों को क्वारंटाइन वार्ड में बदला गया है। पूरा सदर अस्पताल आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया गया है।

जिले की सीमाएं सील, फंसे लोगों का रखा जा रहा ख्याल

लोहरदगा जिले की तमाम सीमाओं को सील कर दिया गया है। राज्य की सीमाएं भी सील हैं। अब किसी भी व्यक्ति को आने जाने की इजाजत नहीं होगी। सिर्फ उन्हीं गाड़ियों को अनुमति होगी जिसे प्रशासन ने सामान लाने की अनुमति दे रखी है। प्रशासन ने यहां फंसे लोगों से अपील की है कि वह अब यहीं रहें। प्रशासन उनका ख्याल रखेगी। उनके लिए रहने और भोजन का इंतजाम करेगी जो जहां है वहीं रहकर कोरोना वायरस की चुनौती का सामना करें इसे दूर भगाएं और देश की पटरी को फिर से वापस लाने में अपना अमूल्य योगदान दें।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें