ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड लोहरदगाशहीदों की अमरगाथा स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगी : सुदर्शन भगत

शहीदों की अमरगाथा स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगी : सुदर्शन भगत

1857 के क्रांतिकारी अमर शहीद पांडेय गणपत राय की 209वीं जयंती पर जिलेवासियों ने उन्हें नमन किया। लोहरदगा जिले के भंडरा प्रखंड के भौरों गांव में झारखंड के सूपत शहीद पांडेय गणपत राय के जन्म दिवस पर जिला...

शहीदों की अमरगाथा स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगी : सुदर्शन भगत
हिन्दुस्तान टीम,लोहरदगाWed, 17 Jan 2018 10:30 PM
ऐप पर पढ़ें

1857 के क्रांतिकारी अमर शहीद पांडेय गणपत राय की 209वीं जयंती पर जिलेवासियों ने उन्हें नमन किया। लोहरदगा जिले के भंडरा प्रखंड के भौरों गांव में झारखंड के सूपत शहीद पांडेय गणपत राय के जन्म दिवस पर जिला प्रशासन की ओर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, पूर्व लोकायुक्त अमरेश्वर सहाय, उपायुक्त विनोद कुमार ने शहीद गणपत राय के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की।इस अवसर पर मंत्री श्री भगत ने कहा कि झारखंड की भूमि लोहरदगा वीर शहीदों की भूमि है। यहां के वीरों सपूतों ने अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता का बिगुल फूंकने में अग्रणी भूमिका निभायी। इनकी कुर्बानी की बदौलत आज हम आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं। सरकार शहीदों के परिवार व उनके गांवों के विकास के लिए कृत संकल्पित है। शहीदों की अमरगाथा को स्कूली पाठ्यक्रम में सम्मिलित किए जाने का कार्य किया जा रहा है। इस स्वतंत्रता सेनानी के गांव को गोद लेकर सरकार द्वारा संचालित हर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। कौशल विकास के तहत स्थानीय प्रतिभाओं को प्रशिक्षण देकर तराशने का कार्य किया जा रहा है, ताकि वह आत्मनिर्भर होकर स्वरोजगार प्राप्त कर सकें।उपायुक्त विनोद कुमार ने कहा कहा कि लोहरदगा की भूमि वीरों और महापुरुषों की है। शहीदों की कुर्बानी को शत-शत नमन। शहीदों के कुर्बानी को भूलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि शहीद पांडेय गणपत राय अपने स्वार्थ को त्याग कर देश को गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए अंग्रेजों से टक्कर लेते हुए खुद हंसते-हंसते बलि वेदी पर चढ़ गए। उपायुक्त ने सभी लोगों से देश की सेवा निःस्वार्थ भाव से करने की अपील की, ताकि देश, राज्य व अपना जिला लोहरदगा विकास के पथ पर अग्रसर हो। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में गांव के कुछ युवक भटकाव की जिदंगी जी रहे है। हथियार उठाकर समाज के विकास में बाधक बने हुए हैं। उपायुक्त ने समाज के भटके हुए लोगों को समाज में आने एवं जिले व राज्य के विकास में कदम से कदम मिलाकर चलने की अपील की। जिला प्रशासन आत्मसमर्पण कर चुके उग्रवादियों को हर संभव सरकारी सुविधा दी जाएगी, ताकि मुख्य धारा में इनकी वापसी सहज हो। उन्होंने कहा कि भौरों को एक आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने उग्रवाद प्रभावित गांवों में जाकर अमन-चैन व शांति का संदेश देने का कार्य कर रही है। इस दौरान उन्होंने सरकार के द्वारा संचालित हो रही योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी। अन्य शहीदों की भी जयंती मनायी जाएगी। कार्यक्रम के दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी राष्ट्रीय सचिव सह छत्तीसगढ़ प्रभारी डॉ अरुण उरांव ने वीर सपूतों के कदम पर चलने की अपील की।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें