आचार्य जी गुरुकुलीय परम्परा के गौरव हैं
आर्य वीरदल व गुरुकुल शांति आश्रम लोहरदगा के संयुक्त तत्वावधान में आश्रम परिसर में आचार्य बालकृष्ण जी का जन्म दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आचार्य महादेव पहलवान ने यज्ञ सम्पन्न करवाया। झारखंड आर्यवीरदल...
आर्य वीरदल व गुरुकुल शांति आश्रम लोहरदगा के संयुक्त तत्वावधान में आश्रम परिसर में आचार्य बालकृष्ण जी का जन्म दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आचार्य महादेव पहलवान ने यज्ञ सम्पन्न करवाया। झारखंड आर्यवीरदल के प्रधान संचालक व गुरुकुल शांति आश्रम के आचार्य शरच्चन्द्र आर्य ने कहा कि आचार्य बालकृष्ण ने आयुर्वेद की गौरव परम्परा को आगे बढ़ाया है। भारतीय संस्कृति के लिए सर्वस्व त्याग कर दिया। राष्ट्र व मानवता की सेवा में आचार्य जी का योगदान के लिए देश कृतज्ञ रहेगा। लोहरदगा उपाध्यक्ष आशीष कुमार आर्य ने कहा कि निष्काम व नि:स्वार्थ परमार्थ जीवन है। आचार्य जी गुरुकुल मे गुरु शिष्य परम्परा से पढ़ने के बावजूद प्रबंधन से लेकर विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्वदेशी उद्योगों की स्थापना व कुशल संचालन किया है। आचार्य जी गुरुकुलीय परम्परा के गौरव है। इस अवसर पर विन्देश्वर शास्त्री अर्जन आर्य दिनेश गुप्ता प्रभु उराँव अजित भगत महराज मेहता एवं ब्रह्मचारी उपस्थित थे।