आंधी-तूफान और वज्रपात ने पांच प्रखंडों में भारी तबाही मचाई
लातेहार में बुधवार को तेज़ हवाओं और आंधी-तूफान ने पांच प्रखंडों में तबाही मचाई। कई घरों के अल्वेस्टर शीट उड़ गए, पेड़ गिरे और जलापूर्ति बाधित हुई। मनिका प्रखंड में वज्रपात से 28 पशुओं की मौत हुई। एसी...

लातेहार, हिटी। बुधवार को आई तेज़ हवाएं ,आंधी-तूफान और वज्रपात ने पांच प्रखंडों में भारी तबाही मचाई। आंधी- तूफान से सबसे अधिक नुकसान लातेहार,मनिका,बालूमाथ,बरवाडीह और महुआडांड़ के लोगों को उठानी पड़ी। लातेहार प्रखंड अंतर्गत हेठपोचरा पंचायत के ग्राम बारीडीह में तेज़ तूफान से कई घरों के अल्वेस्टर शीट उड़ गए, जबकि दर्जनों आम व महुआ के पेड़ धराशायी हो गए तथा सार्वजनिक संपत्ति को भी व्यापक नुकसान पहुंचा। बारीडीह निवासी अमित कुमार,गेंदा मिस्त्री, बालमुकुंद मिस्त्री, मिथलेश मिस्त्री,अखिलेश मिस्त्री,सोमर उरांव, बालचन उरांव, छोटेलाल सिंह और विनोद सिंह के घर प्रमुख रूप से क्षतिग्रस्त हुए। अमित कुमार,गेंदा मिस्त्री,छोटेलाल सिंह और विनोद सिंह ने बताया कि छत पर लगे अल्वेस्टर शीट उड़ जाने के कारण त्रिपाल और प्लास्टिक से छत ढ़ककर काम चला रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, गांव के जलमीनार पर लगे सोलर प्लेट भी तेज़ आंधी में उड़ गए, जिससे जलापूर्ति व्यवस्था बाधित हो गई है। वहीं मनिका प्रखंड के ग्राम व्यांग में वज्रपात से 28 पशुओं की मौत हो गई। जबकि महुआडांड़ के ओरसापाठ गांव के में दो भैंस की मौत और 36 घंटे तक बिजली सप्लाई बाधित रही। वहीं महुआडांड़ रूट में कई बिजली के पोल गिर गये। वहीं बालूमाथ के दोकनाही टोला में वज्रपात से दो मवेशियों की मौत हो गई।जबकि एक अन्य घायल हो गए। उधर बरवाडीह में आंधी तूफान के कारण रेलवे कॉलोनी के एटीपी स्कूल की चारदीवारी टूट कर गिरने के साथ कई कमरे क्षतिग्रस्त हो गया। इसके साथ रेलवे कॉलोनी में दर्जनों पेड़ गिर जाने के कारण विधुत आपूर्ति बाधित हो गई और सड़क मार्ग मे आवागमन घंटो बाधित रहा। वहीं दूसरी ओर प्रखंड के विभिन्न पंचायत मे आधी तूफान से कई घर को भी नुकसान हुआ है। क्या कहते हैं एसी इस संबंध में जानकारी देते हुए एसी रामा रविदास ने बताया कि आपदा प्रबंधन के तहत पीड़ितों के लिए सरकार के पास कई योजनाएं हैं। उन्होंने बताया कि आपदा से नुकसान होने पर पीड़ित अंचलाधिकारी के यहां आवेदन कर सकते हैं। किसी की मृत्यु होने पर संबंधित परिजन या आवेदक के द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र,आवेदन,फोटो और पोस्टमार्टम रिपोर्ट देना अनिवार्य है,इस मामले में चार लाख रू सरकार द्वारा दिया जाता हैं। वही पशुओं की मृत्यु होने पर उनका फोटो,आवेदन और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आवश्यक है,आंकलन और पशु के ब्रिड के अनुसार मुआवजा दिया जाता हैं। वज्रपात से किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर चार लाख दिया जाता है। इसके अलावा आग लगी की आंशिक और पूर्ण क्षति का आकलन कर और आपदा से नुकसान हुए चीजों का आकलन करने के बाद मुआवजा दिया जाता है।
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