सड़क निर्माण नहीं होने से बारी व बनहरदी पंचायत के दर्जनों गांव का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से कटा
ब्रह्मणी से रेंची तक 12 किमी सड़क निर्माण अधूरा, ग्रामीणों को बारिश में समस्याएं, अस्पताल पहुंचाना मुश्किल, सड़क की हालत खराब, निर्माण के कारण ग्रामीणों को जोखिम, संवेदक की उदासीनता
चंदवा प्रतिनिधि। प्रखंड के सासंग पंचायत अंतर्गत ब्रह्मणी से रेंची तक लगभग 12 किमी सड़क निर्माण नहीं होने से बारी व बनहरदी पंचायत अंतर्गत आने वाले एक दर्जन गांव का सीधा संपर्क प्रखण्ड मुख्यालय से कट गया है । जिसके कारण दर्जनों गांवों की बड़ी आबादी पूरी तरह प्रभावित है। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में लगे संवेदक की मनमानी एवं कार्य में लापरवाही के कारण ग्रामीणों को बरसात के मौसम में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस सड़क का उपयोग हुचलु, छातासेमर, रेंची, सुरली, बनहरदी, डड़ैया समेत कई गांव के ग्रामीण व स्कूली विद्यार्थी सासंग व प्रखण्ड मुख्यालय आते हैं, ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक के द्वारा सड़क निर्माण को अधूरा कर छोड़ ही दिया गया है। साथ ही मार्ग पर कई स्थानों पर पुलिया निर्माण को लेकर गड्ढा भी खोद दिया गया है, जिस कारण दो पहिया व चार पहिया वाहन चलना तो दूर की बात है पैदल चलना भी दूभर हो गया है। विगत एक सप्ताह से लगातार हो रही भारी बारिश के बीच हुचलु व छातासेमर आहार के भर जाने के कारण ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ गई है। किसानों को कृषि कार्य के लिए, विद्यार्थियों को स्कूल आने-जाने के लिए दो किलोमीटर के स्थान पर लगभग 8 से 10 किलोमीटर की दूरी तय कर सासंग बाजार पहुंचना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य शुरू हुए लगभग तीन माह से अधिक समय बीत गया है, लेकिन संवेदक की उदासीन कार्यशैली के कारण पूरा काम अधर में लटका हुआ है। मामले को लेकर ग्रामीणों ने उपायुक्त के नाम आवेदन देकर समस्या से निजात दिलाने की गुहार भी लगाई है। मामले को लेकर संवेदक के दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
मरीजों को अस्पताल पहुंचना हुआ मुश्किल
तीन माह पूर्व शुरु हुए सड़क निर्माण कार्य को ऐसे ही बीच में छोड़कर संवेदक द्वारा काम बंद करना ग्रामीणों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। ऐसे में मरीज को अस्पताल पहुंचाना कितना मुश्किल है। यह अंदाजा ही लगाया जा सकता है। उस मार्ग पर पुल पुलिया निर्माण के लिए खोदे गये गड्ढे और कीचड़ से सनी सड़क पर चार पहिया, दो पहिया वाहन या पैदल चलने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। एक तरफ नहर पूरी तरह लबालब भर जाने से नहर का पानी सड़क के उपर से बहती है । ऐसे में ग्रामीण व बच्चे जान जोखिम में डालकर उस रास्ते से गुजरते हैं। ऐसे में ग्रामीण प्रखंड मुख्यालय से पूरी तरह कट चुके हैं।
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