तीन दिवसीय इस्लामिक इज्तेमा मासियातू में संपन्न, 21 जोड़े का सामूहिक निकाह हुआ
मासियातू गांव में जामा मस्जिद में एक फरवरी से तीन फरवरी तक आयोजित इस्लामिक इज्तेमा का समापन हुआ। कार्यक्रम में ओलमाए एकराम ने कुरान और हदीस के अनुसार संदेश दिया। उपस्थित लोगों ने दहेज प्रथा को समाप्त...

बालूमाथ, प्रतिनिधि। मासियातू गांव के जामा मस्जिद में एक फरवरी से तीन फरवरी तक चलने वाली इस्लामिक इज्तेमा रविवार को देश की तरक्की और अमन चैन की दुआ के साथ समापन हो गया। कार्यक्रम में पहुंचे ओलमाएएकराम का कुरान और हदीस के रौशनी में संदेश सुनकर अपने जीवन के ऊपर उतारने का संकल्प लिया ताकि खुद के साथ-साथ देश का भी तरक्की हो सके। इज्तेमा में मौजूद लोगों ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि इस्लाम धर्म में फैयले बुराइयों को दूर करते हुए गरीब असहयों को बढ़-चढ़कर मदद करना है और इस्लाम धर्म में शिक्षा को बढ़ावा देना है। शादी विवाह में दहेज नहीं लेने पर भी संदेश ओलमाएएकराम द्वारा उपस्थित मुस्लिम धर्मलंबियों को दिया गया। कार्यक्रम में सामूहिक रूप से शहर काजी द्वारा 21 जोड़े को सुन्नत तरीका पर निकाह कराया गया। उधर, कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ो मुस्लिम धर्म के लोगों ने स्वयं निर्णय लिया कि देश और राज्य के कई हिस्सों में जाकर मुस्लिम धर्म के मानने वाले लोगों को इस्लाम धर्म को बढ़ावा देने,कुरान और हदीस क्या कहता है। इसके बारे में लोगों को बतलाने एवं खुद का जीवन को इस्लामिक धर्म के अनुसार गुजरने के लिए इज्तेमा संपन्न होते ही हम सभी सफर के लिए रवाना हो जाएंगे। मौके पर हजरत हसनैन साहब, मौलाना अबूद्रदा,वाजिद चतुर्वेदी, मौलाना मजहर,मौलाना माज,हाजी कबीर,मास्टर आरिफ,हाजी मोतिउर रहमान,जुनैद अनवर,मो नवाब,मो रईस,तौकीर खान सहित कई लोग उपस्थित रहे।
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