कभी भी धराशायी हो सकता है स्वास्थ्य केंद्र
रवाडीह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इतना जर्जर हो गया है कि कभी भी धाराशायी हो सकता है और उसमे मरीजो और स्वास्थ्य कर्मियों के जानमाल का नुकसान हो सकता है,लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नही...
बरवाडीह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इतना जर्जर हो गया है कि कभी भी धाराशायी हो सकता है और उसमे मरीजो और स्वास्थ्य कर्मियों के जानमाल का नुकसान हो सकता है,लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नही है। स्वास्थ्य केंद्र में जहां रोगियों को मरहम पट्टी ,रजिस्ट्रेशन और दवा वितरण किया जाता है।
केंद्र के उक्त भवन काफी जर्जर हो गया है। ओपीडी के क़ई मरीज भी यहां रहते हैं। जिसमे महिला और बच्चा मरीज भी शामिल रहते हैं। सबसे ज्यादा स्वास्थ्य केंद्र भवन का छत जीर्णशीर्ण हो गया है। हमेशा छत टूट कर गिरती रहती है। क़ई दफा तो जब मरीज का इलाज डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी करते हैं तो उस समय भी टूट कर छत गिर जाता है,लेकिन यह तो गनीमत है कि हमेशा मरीज, डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी बचते रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने में अब रोगी भय भी खाने लगे हैं। केंद्र के प्रभारी डॉक्टर एसके सुबोध ने कहा कि मजबूरी में इस जर्जर केंद्र में मरीजो का इलाज करना पड़ रहा है। कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। दोनो तरफ से छत धंसने भी लगी है। छड़ बाहर निकल गया है। इस कदर वह जर्जर हो गया है कि उसकी मरम्मत कराना सम्भव नही है।