मामूली बातों में लोग खो रहे धैर्य, लगातार बढ़ रही आत्महत्याएं
कोडरमा जिले में आत्महत्या की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। जनवरी से अब तक 40 से अधिक लोगों ने आत्महत्या की है। अधिकतर युवा पारिवारिक विवाद, डिप्रेशन और बढ़ते दबाव के कारण इस दिशा में कदम उठा रहे हैं।...

कोडरमा, हमारे प्रतिनिधि। कोडरमा जिले में आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। जिले में लगातार बढ़ती आत्महत्याएं गंभीर बात होती जा रही है। जानकारी के अनुसार, इस साल जनवरी से अबतक लगभग 40 से अधिक लोगों के आत्महत्या करने की जानकारी मिल रही है। जिले के विभिन्न थानों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रतिमाह आत्महत्या के प्रयास करीब दर्जनभर मामले आ रहे हैं, जिसमें आधा दर्जन लोगों की मौत हो जा रही है। आत्महत्या करनेवाले ज्यादातर युवा: आत्महत्या की बढ़ती प्रवृति के पीछे सबसे बड़ी वजह पारिवारिक विवाद, डिप्रेशन, सामाजिक माहौल में बदलाव, माता-पिता की प्रवृति और उम्मीदों का बढ़ता दबाव मुख्य कारण माना जा रहा है।
सबसे ज्यादा लोग जहर खाने व फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है। ये तो वे आंकड़े हैं जो सरकारी आंकड़ों में रजिस्टर्ड हुए है। इसके अलावा दर्जनों ऐसे भी मामले है जो सरकारी आंकड़ों में दर्ज नहीं हुए हैं। उनका इलाज निजी क्लिनिकों में इलाज कराया गया है। जानकारी के अनुसार, जिन लोगों की मौत आत्महत्या से हुई उनमें भी ज्यादातार 20 से 35 साल के थे। क्या कहते हैं सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार कोडरमा के सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार का कहना है कि डिप्रेशन, पैसे का अभाव, युवा वर्ग इस भाग दौड़ एवं प्रतिस्पर्धा की आकांक्षाओं को बहुत जल्द पूरा करना चाहते है। इसके अलावा प्रेम प्रसंग में भी धोखा खाने के बाद आज के युवा ऐसे कदम उठा रहे हैं। इस तरह के मामले को रोकने के लिए हर अस्पताल में काउंसिलिंग होनी चाहिए। परिवार के लोग भी अपनों को समझें और अपनों को समझाएं।
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