सकारात्मक सोच से ही मिलती है सफलता: शशंाक शेखर
झरिया वरीय संवाददाता बीआईटी सिंदरी में आयोजित स्टुडेंट एक्सीलेंस एंड लर्निंग प्रोग्राम (एसइएलपी) के चौथे दिन गुरुवार को सुदर्शन क्रिया और मेडिटेशन की क्रिया को समझाया गया। आर्ट ऑफ लिविंग के विशेषज्ञ...
झरिया। बीआईटी सिंदरी में आयोजित स्टूडेंट एक्सीलेंस एंड लर्निंग प्रोग्राम (एसइएलपी) के चौथे दिन गुरुवार को सुदर्शन क्रिया और मेडिटेशन क्रिया को समझाया गया। आर्ट ऑफ लिविंग के विशेषज्ञ शशांक शेखर ने कहा कि छात्र जीवन में विश्वास की महता बहुत ज्यादा है। नकारात्मक सोच से छात्र आगे बढ़ने की बजाए अवसाद में जीवन व्यतीत करने लगते हैं। सकारात्मक सोच से मस्तिष्क भी स्थिर रहता है। सफलता मिलती है। जीवन में खुशियां आती है। दिनचर्या पर भी चर्चा करते हुए कहा कि कई बार दूसरे लोग दोष मढ़ते हैं। ऐसी स्थिति में कैसे उबरा जाए, इसकी भी चर्चा की। सहायक योग क्रियाओं के बारे में बताया। कहा कि सुदर्शन और मेडिटेशन क्रिया के अंतर्गत ही योग निद्रा भी आती है। कार्यक्रम में 60 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा विश्व बैंक, एनपीआईयू आर्ट ऑफ लिविंग की सहायता से चलाया जा रहा है। मौके पर डॉ. आरके वर्मा, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. अरविंद कुमार सिंह, डॉ. शुभाशिष आदि थे।