आईआईटी प्रबंधन अध्ययन विभाग की ओर से कार्यशाला का आयोजन
करमाटांड़। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (भारतीय खनि विद्यापीठ) प्रबंधन अध्ययन विभाग धनबाद द्वारा शनिवार को प्रखंड सभागार भवन में एक दिवसीय कार्यशाला...

करमाटांड़। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (भारतीय खनि विद्यापीठ) प्रबंधन अध्ययन विभाग धनबाद द्वारा शनिवार को प्रखंड सभागार भवन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मौके पर बीडीओ अजफर हसनैन, प्रो रश्मि सिंह व प्रो नीलाद्री दास ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वही कार्यशाला में मुखिया, वार्ड सदस्य, जलसहिया व आंगनबाड़ी सेविका उपस्थित थी। मौके पर बीडीओ अजफर हसनैन ने मनरेगा से संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केवल योजना को पूर्ण कर लेना ही काफी नहीं है। बल्कि वह योजना लोगों के लिए फलीभूत साबित हो,उस पर भी ध्यान देने की जरूरत है। कहा कि तालाब की योजना लोगों के लिए काफी उपयोगी साबित होती है। जहां तालाब में भंडारित जल से कृषि के लिए सिंचाई की आवश्यकता पूरी होती है। वही तालाब से मछली पालन एवं मेढ़ पर पौधे लगाकर आजीविका के लिए आय का स्रोत भी विकसित होता हैं। इधर प्रो रश्मि सिंह ने बताया कि फतेहपुर, कुंडहित, जामताड़ा एवं नारायणपुर में कार्यशाला का आयोजन हो चुका है। उन्होने कहा कि करमाटांड़ प्रखंड में कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य है कि यहां निवास करने वाले एसटी व एससी के जीवन शैली एवं आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में उनकी आवश्यकता को जानना है। उसके बाद जागरूकता एवं लोगों पर विश्वास अनुसूचित जनजातियां लोगों पर विश्वास नहीं करते हैं, इसलिए उनकी विश्वास जीतने के लिए ही इस तरह की कार्यशैली का आयोजन किया जा रहा है। कितनी योजनाओं को उन्होंने लाभ लिया है, इन सारी बातों को मिलाकर कुल 127 प्रश्नावली उनसे पूछे जा रहे हैं। जिसके बाद उस पर सर्वेक्षण किया जाएगा। इस अवसर पर सुमित्रा कुमारी, प्रोजेक्ट एसोसिएट रंजीत तिवारी, प्रोजेक्ट फील्ड वर्कर वीरेंद्र किस्कू, बीपीआरओ नंदलाल सोरेन,मुखिया एलिजाबेथ सोरेन, बलदेव मरांडी, मंगल मुर्मू, सुंदरलाल बास्की, रोजलीना हेम्ब्रम सहित अन्य उपस्थित थे।
