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धूमधाम से मनाया सोहराय पर्व

जामताड़ा, प्रतिनिधि। जिलेभर के ग्रामीण इलाकों में शनिवार को सोहराय पर्व धूमधाम से मनाया गया। पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व का समापन बरद खूंटा के साथ

Newswrap हिन्दुस्तान, जामताड़ाSat, 2 Nov 2024 11:24 PM
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धूमधाम से मनाया सोहराय पर्व जामताड़ा, प्रतिनिधि।

जिलेभर के ग्रामीण इलाकों में शनिवार को सोहराय पर्व धूमधाम से मनाया गया। पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व का समापन बरद खूंटा के साथ संपन्न हुआ। समूचे झारखंड में दीपावली के साथ यह पर्व जनजातीय रीति रिवाज और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। संथाल परगना में कुड़मी जनजाति के लोग विशेष कर इस पर्व को मनाते हैं। इस अवसर पर टोटेमिक कुड़मी विकास मोर्चा के केंद्रीय उपाध्यक्ष अशोक कुमार महतो ने सोहराय के संबंध में बताया कि इस प्रदेश की आदिम कृषक समाज द्वारा फसल पकने के उल्लास में सोहराय पर्व मनाया जाता है। फसलों को तैयार करने में पशुधन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसलिए उनके सम्मान में और धन्यवाद ज्ञापन करने के लिए यह पर्व समर्पित है। इस पर्व में गाय बैलों की विशेष पूजा की जाती है। अपने पूर्वजों को पकवान और प्रसाद चढ़ाया जाता है। जिससे उनका आशीर्वाद हमेशा प्राप्त होते रहे। इससे पहले सभी पशुओं को नहला-धुला कर साफ सफाई की जाती है, उनके चरण पखारे जाते हैं और पांच दिनों तक सिंग में तेल और सिंदूर लगाया जाता है। उन्हें अच्छे घास व भोजन खिलाए जाते हैं। शाम को लौटते समय घर के मुख्य द्वार से गुहाल तक का रास्ता सुंदर चउक बनाकर सजाया जाता है। अच्छे और पौष्टिक घास देकर उनका स्वागत किया जाता है। तीसरे दिन डिमडेगा कार्यक्रम के साथ नाच गाने का प्रारंभ हो जाता है। लोग रात-रातभर सोहराय की मस्ती में ढोल मांदर के साथ नाचते गाते रहते हैं। चौथे दिन गोहाल पूजा और पांचवें दिन बैलों को अच्छी तरह सजाकर बड़े खूंटे से बांधकर उनकी चुस्ती फुर्ती का प्रदर्शन कराया जाता है। इसे ही बरद खूंटा कहते हैं, जो एक बहुत ही आकर्षक कार्यक्रम होता है। जिले के आमलाचातर गांव में यह कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जनकल्याण युवक समिति के अध्यक्ष जनार्दन महतो, सचिव मनोज सिंह, कोषाध्यक्ष अतिका महतो, रामपद महतो, दीपक महतो, दीपिका कुमारी, नंदिनी महतो, जीयाराम महतो, हीरालाल महतो, सुखदेव सिंह, टीकन सिंह, तारापद समेत अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।

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कुंडहित में धूमधाम से मनाई गई गोवर्धन पूजा

कुंडहित, प्रतिनिधि।

प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में शनिवार को गोव‌र्द्धन पूजनोत्सव धूमधाम से मनाया गया। उल्लेखनीय है कि दीपावली गोवर्धन पूजा में गोधन यानी गायों की पूजा की जाती है। गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया है। देवी लक्ष्मी जिस प्रकार सुख समृद्धि प्रदान करती हैं, उसी प्रकार गौ माता भी अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती हैं। इस तरह गौ को सम्पूर्ण मानव जाति के लिए पूजनीय और आदरणीय माना जाता है। गौ के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए ही कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गोर्वधन की पूजा की जाती है। इस अवसर पर गायों को नहला-धुलाकर खूब सजाया-संवारा जाता है। तत्पश्चात गाय की पूजा कर उनकी आरती भी उतारी जाती है।

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बरद खूंटा के साथ सोहराय का समापन

बिंदापाथर, प्रतिनिधि।

नाला प्रखंड अंतर्गत इंदुरहीड़ गांव में सोहराय, बांदना पर्व धूमधाम से मनाया गया। पांच दिनों से चले आ रहे इस पर्व का बरद खूंटा के साथ शनिवार को समापन हुआ। संथाल परगना में इस समय कुड़मी जनजाति के लोग विशेषकर इस पर्व को मनाते हैं।इस अवसर पर टोटेमिक कुरमी कुड़मी विकास मोर्चा के सदस्य बबलू महतो ने बताया कि सोहराय, बाँदना मुख्यतः इस प्रदेश की आदिम कृषक समाज द्वारा फसल पकने के उल्लास में मनाया जाता है, चूंकि फसलों को तैयार करने में पशुधन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसलिए इस पर्व में पशुओं को सम्मान और धन्यवाद दिया जाता है तथा गाय-बैलों की विशेष पूजा की जाती है। अपने पूर्वजों को प्रसाद एवं पकवान चढ़ाया जाता है,जिससे उनका आशीर्वाद हमेशा प्राप्त होता रहे। पहले सभी पशुओं को नहला-धुलाकर साफ सफाई की जाती है उनके चरण पखारे जाते हैं, सींगों में तेल और सिंदूर लगाया जाता है अच्छे घास एवं पकवान खिलाये जाते हैं। शाम के समय सभी पशुओं के बाहर से घर लौटते समय घर के मुख्य द्वार से गौशाला तक का रास्ता सजाया जाता है तथा अच्छे पौष्टिक घास देकर उनका स्वागत किया जाता है। पांचवें दिन सभी किसान अपने घर के सामने बैलों को अच्छी तरह सजाकर एक बड़े खूंटे से बांध देते हैं और उनकी चुस्ती-फुर्ती का प्रदर्शन कराया जाता है इसे ही बरद खूंटा कहते हैं। यह बहुत ही आकर्षक कार्यक्रम होता है। इस कार्यक्रम में गांव के अलावा अगल-बगल के सभी गांवो आसनचुआ, चिहूटिया, आमलाचातर, कटंकी, निमबेरा, कालाझरिया सहित विभिन्न गांवो के लोग बड़े उल्लास एवं उत्साह के साथ शामिल होते हैं।

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