वृद्धा पेंशनधारियों से हो रही अवैध वसूली, बीडीओ बोले-कराएंगे जांच
जामताड़ा। प्रतिनिधिकरमाटांड़ प्रखंड के सिकरपोसनी गांव में वृद्धा पेंशन लाभुकों से अवैध वसूली किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। विदित हो कि राज्य...

वृद्धा पेंशनधारियों से हो रही अवैध वसूली, बीडीओ बोले-कराएंगे जांच
जामताड़ा। प्रतिनिधि
करमाटांड़ प्रखंड के सिकरपोसनी गांव में वृद्धा पेंशन लाभुकों से अवैध वसूली किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। विदित हो कि राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर आपके अधिकारी,आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन कर सिकरपोसनी पंचायत के करीब एक सौ से अधिक लाभुकों को पेंशन की स्वीकृति दी गई थी। जिन लाभुकों को पेंशन का भुगतान होना शुरू हो गया है। उनमें कुछेक लाभुकों को 24 व 28 फरवरी एवं मार्च महीने में पेंशन की राशि खाता में पहुंची है। पहली किस्त में एक साथ किसी लाभुक को 05, तो किसी को 06 या 07 महीनें का पेंशन भुगतान हुआ है।
क्या कहते हैं पेंशनधारी:
सिकरपोसनी पंचायत की सुंदरी देवी ने बताया कि उन्हें 07 हजार रूपए पेंशन की राशि मिली है। जिसमें पेंशन दिलाने वाले ने एक साथ 07 हजार रुपए की मांग करने लगे। जिसका विरोध करने पर डराया गया कि पैसा नहीं देने पर स्वीकृत पेंशन को बंद करा दिया जाएगा। उसके बाद इन्होने पेंशन की राशि का एक हजार रूपए अपने पास रखकर,शेष छह हजार रूपए बिचौलियों को दे दिया।
चमेली देवी के पुत्र सुबोल पंडित ने बताया कि मेरी मां को 07 हजार रूपए वृद्धा पेंशन मिला है। जिस पर से छह हजार रूपए योजना स्वीकृत कराने वाले ने ले लिया। विरोध करने पर बताया कि पैसा नहीं देने पर पेंशन बंद हो जाएगा। वहीं पेंशन बंद होने का भय दिखा कर पैसा ले लिया।
गांव के समाजसेवी नारायण पंडित ने बताया कि सरकारी योजनाओं को स्वीकृत कराने के नाम पर अवैध वसूली कर रहे बिचौलियों को चिन्हित होना चाहिए। कहा कि पेंशन लाभार्थी को एकमुश्त 05 या 06 माह की राशि का भुगतान हुआ है। जिसकी अवैध वसूली करने वाले पर विधि-सम्मत कार्रवायी होना चाहिए।
पंचायत सचिव ने जताई अनभिज्ञता:
कृष्णा मंडल ने बताया कि पैसा पेंशनरों से पैसे लेने की सूचना प्राप्त नहीं है। कहा कि यह योजना सरकार गरीबों को चिन्हित कर पेंशन देने का कार्य करता है। जांचोपरांत दोषी पाए जाने वाले पर कार्रवाई करने की बात कही।
क्या कहते हैं बीडीओ:
अजफर हसनैन ने कहा कि किसी लाभुक ने वृद्धा पेंशन की राशि दिलाने के नाम पर अवैध वसूली से संबंधित शिकायत नहीं किया है। फिर भी मामलें की जांच करवायी जाएगी। अगर मामला सत्य पाया जाता है,तो अवैध वसूली करने वाले के विरूद्ध विधि-सम्मत कार्रवायी की जाएगी।
