
ट्रेन से लाए जाते थे फर्जी सिम-ATM कार्ड, 2500 में बिकते थे; जामताड़ा के साइबर ठग ने क्या-क्या कबूला
संक्षेप: जामताड़ा में पुलिस ने बड़े साइबर फ्रॉड का खुलासा किया है। शातिर ठग को सैकड़ों सिम और फर्जी एटीएम कार्ड के साथ पकड़ा। आरोप है कि वह ट्रेन से फर्जी सिम लाता था। हर एक सिम और एटीएम कार्ड का दाम 1500 से 2500 तक फिक्स था।
झारखंड के जामताड़ा में पुलिस ने साइबर अपराध पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम अकबर हुसैन बताया जा रहा है। पुलिस ने उसके पास से 377 सिम कार्ड, मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस ने मामले में कई खुलासे भी किए हैं।

जानकारी के अनुसार, आरोपी असम से ट्रेन के जरिए बड़ी संख्या में सिम कार्ड लाता था और इन्हें जामताड़ा समेत अन्य राज्यों में साइबर अपराधियों को सप्लाई करता था। पुलिस ने बताया कि हुसैन इन सिम और एटीएम कार्ड का खुद भी इस्तेमाल करता था, साथ ही इन्हें 1,500 से 2,500 रुपये प्रति कार्ड के हिसाब से बेचता था।
फ्लाइट से जाना और ट्रेन से वापसी
अकबर हुसैन को बड़ियारपुर–कलझरिया रोड के पास छापेमारी के दौरान पकड़ा गया। उसके पास से एक आधार कार्ड और इंडिगो की फ्लाइट टिकट भी बरामद हुई है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी का नेटवर्क असम और पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ है। आरोपी इन सिम कार्ड्स को ट्रेन के जरिए असम से जामताड़ा लाता और फिर यहां से दूसरे राज्यों तक सप्लाई करता था।
जामताड़ा एसपी राजकुमार मेहता ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता बताते हुए कहा, “इस गिरफ़्तारी ने साइबर अपराधियों के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। जामताड़ा पुलिस लगातार ऐसी कार्रवाई कर रही है और भविष्य में और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।”
पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है, ताकि इस पूरे नेटवर्क से जुड़े अन्य सदस्यों तक पहुंचा जा सके। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या साइबर फ्रॉड की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।





