आठ हजार रुपये न होने से युवक की मौत
इलाज के लिए महज आठ हजार रुपये की कमी के कारण शुक्रवार को जॉन्डिस से एक युवक की एमजीएम में मौत हो गई। दरअसल, पलासडीह, सीनी निवासी विश्वनाथ कालिंदी (38) की पिछले कई दिनों से तबीयत खराब थी। उसका पूरा...
इलाज के लिए महज आठ हजार रुपये की कमी के कारण शुक्रवार को जॉन्डिस से एक युवक की एमजीएम में मौत हो गई। दरअसल, पलासडीह, सीनी निवासी विश्वनाथ कालिंदी (38) की पिछले कई दिनों से तबीयत खराब थी। उसका पूरा शरीर और दोनों आंखें पीली पड़ गई थीं। शुक्रवार सुबह तबीयत ज्यादा खराब होने पर परिजनों ने एक क्षेत्रीय डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने जॉन्डिस लिखते हुए बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया। परिजन विश्वनाथ को लेकर मर्सी अस्पताल पहुंचे, जहां एडमिशन के लिए आठ हजार रुपये जमा करने की मांग की गई। पैसे न होने के अभाव में परिजन मरीज को लेकर एमजीएम अस्पताल आ गये, जहां डॉक्टरों ने जांच करते ही विश्वनाथ को मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने बताया कि विश्वनाथ परिवार में आठ बहनों के बीच इकलौता पुत्र था। पूरे परिवार की जिम्मेवारी उसी के कंधों पर थी। परिजनों ने कहा कि अगर निजी अस्पताल में पैसे मांगने से पूर्व विश्वनाथ का इलाज शुरू किया जाता, तो शायद उसकी जान बच सकती थी।
जॉन्डिस का भी बढ़ रहा प्रकोप
जिले में इन दिनों हो रही मूसलाधार बारिश और जगह-जगह हो रहे जलजमाव के कारण डेंगू-मलेरिया की तरह जॉन्डिस का भी प्रकोप काफी तेजी से बढ़ रहा है। अकेले एमजीएम में ही वर्तमान में जॉन्डिस के आठ मरीजों का इलाज चल रहा है। विदित हो कि जॉन्डिस बीमारी दूषित पानी का सेवन करने से होती है।