एमजीएम में एक्सरे से लेकर सिटी स्कैन तक ठप, इलाज प्रभावित
एमजीएम अस्पताल के चार विभागों पर संकट आ गया है। सबसे ज्यादा परेशानी रेडियोलॉजी विभाग में आई है। इससे एक्सरे, सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड का काम प्रभावित हुआ है। इसकी रिपोर्ट तैयार नहीं हो रही है, जिससे...
एमजीएम अस्पताल के चार विभागों पर संकट आ गया है। सबसे ज्यादा परेशानी रेडियोलॉजी विभाग में आई है। इससे एक्सरे, सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड का काम प्रभावित हुआ है। इसकी रिपोर्ट तैयार नहीं हो रही है, जिससे मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है। ऐसा एमजीएम अस्पताल में कार्यरत छह सीनियर रेजीडेंट को हटाने से हुआ है। इसका असर शनिवार को एमजीएम अस्पताल के सभी विभागों में देखने को मिला।
विभाग के कर्मचारियों के अनुसार इससे ज्यादा पुलिस केस प्रभावित हो रहे हैं। अस्पताल में प्रतिदिन 60 से 70 अल्ट्रासाउंड, 30 से 50 सिटी स्कैन व 100 से ज्यादा एक्सरे होता है। लेकिन, इन लोगों की रिपोर्ट नहीं बनने से इलाज में काफी परेशानी होगी। एक्सरे तो देखकर किसी तरह मरीज का इलाज हो सकता है, लेकिन सिटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड में रिपोर्ट बहुत जरूरी होती है। इसमें इमरजेंसी, गायनिक, सर्जरी पर ज्यादा असर पड़ रहा है।
एमजीएम अस्पताल में सीनियर रेजीडेंट की कमी को लेकर अधीक्षक डॉ. एसएन झा ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसी अखौरी को पत्र लिखा है कि छह वरीय रेजीडेंट को विरमित कर दिया गया है। इससे इमरजेंसी विभाग सहित अन्य विभागों की सेवा में कठिनाई हो रही है। स्थिति को देखते हुए कम से कम तीन ट्यूटर या चिकित्सा पदाधिकारी को अस्पताल में प्रतिनियुक्त करें, ताकि अस्पताल को सुचारू रूप से चलाया जा सके। इसमें गायनिक रेडियोलॉजी, सर्जरी से एक-एक और मेडिसीन से तीन चिकित्सक दूसरे जिले में चले गए हैं।