धालभूमगढ़ एयरपोर्ट पर होगी जलापूर्ति, जल निकासी की व्यवस्था
धालभूमगढ़ एयरपोर्ट निर्माण की राह में गड़े कील कांटे अभी दूर भी नहीं हुए हैं, परंतु वहां पर तीन योजनाओं को क्रियान्वित करने का निर्देश आ गया है। इन योजनाओं में हवाई अड्डा से समुचित जल निकासी हेतु...
धालभूमगढ़ एयरपोर्ट निर्माण की राह में गड़े कील कांटे अभी दूर भी नहीं हुए हैं, परंतु वहां पर तीन योजनाओं को क्रियान्वित करने का निर्देश आ गया है। इन योजनाओं में हवाई अड्डा से समुचित जल निकासी हेतु ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण, हवाई अड्डा पर जल आपूर्ति की व्यवस्था और एयरपोर्ट के प्रस्तावित स्थल पर पहले से अवस्थित पूजा स्थल के स्थानांतरण करना है। उड़ान संचालन के निदेशक कैप्टन एसपी सिन्हा ने इस संबंध में उपायुक्त को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने यह चिट्ठी भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के निर्देश के आलोक में लिखी है। इसमें बताया गया है कि भविष्य में वहां पर नियमित विमान सेवा शुरू हो सकती है। इसलिए ये तीन कार्य जरूरी महसूस किए गए हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के समय तैयार हुए धालभूमगढ़ एयरपोर्ट पर ही नया एयरपोर्ट बनाने की योजना है। इसके लिए चार-पांच बार प्रस्ताव बन चुका है। पहले बड़े एयरपोर्ट की योजना थी। परंतु बाद में कतिपय कारणों से संशोधन किया गया है और वहां 240 एकड़ में एयरपोर्ट बनाने का निर्णय लिया गया है। परंतु इसके लिए अभी तक वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से अनापत्ति नहीं मिली है, क्योंकि वहां सैकड़ों पेड़ काटने पड़ेंगे। फिलहाल वहां जो एयरपोर्ट प्रस्तावित है उस पर 72 सीटर विमान को उड़ाया और उतारा जा सकता है।